लोकसभा नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने महाराष्ट्र के परभणी में हिंसा प्रभावित पीडि़त परिवारों से मुलाकात की। मीडियासे बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मैंने उन परिवारों से मुलाकात की है और उन लोगों से भी जो मारे गए हैं और जिनके साथ मारपीट की गई है। उन्होंने मुझे पोस्टमार्टम रिपोर्ट दिखाई, वीडियो दिखाया और फोटोग्राफ दिखाए। राहुल ने दावा किया कि यह शत-प्रतिशत कस्टोडियल हत्या है। इस युवा को इसलिए मारा गया है क्योंकि वो दलित था और वो संविधान की रक्षा कर रहा था। राहुल ने कहा कि मैं कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हूं। इन लोगों को पीटा गया है और यहां हत्या की गई है। राहुल ने कहा कि ये कोई राजनीति नहीं है। यह न्याय का मामला है। जल्द से जल्द कार्रवाई शुरू होनी चाहिए।
यह हुआ था परभणी में
10 दिसंबर को परभणी रेलवे स्टेशन के बाहर कुछ उपद्रवी तत्वों ने भारतरत्न डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा के पास संविधान का अपमान किया गया था। इससे लोग नाराज हो गए और आंबेडकर और संविधान का अपमान देखकर लोग भडक़ गए।
भीड़ ने तोडफ़ोड़ की और आग लगा दी
आंबेडकर के समर्थकों ने बंद का आह्वान किया था, लेकिन भीड़ ने कई दुकानों पर तोडफ़ोड़ की और वाहनों में आग लगा दी। इससे हिंसा भडक़ उठी। तीन मामले दर्ज किए और 51 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। वहीं परभाणी हिंसा के एक दिन पहले बीड में मसजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई थी। सोमनाथ सूर्यवंशी की परभणी हिंसा के दौरान पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी।