सांसद परिसर में इन दिनों हंगामा मचा हुआ है। अदानी मुद्दे से शुरू हुआ हंगामा संविधान के अपमान तक जा पहुंचा और फिर देखते ही देखते केंद्रीय मंत्री अमित शाह का वह बयान आ गया, जिससे कांग्रेस को संजीवनी मिल गई। इस मुद्दे पर भाजपा ने खूब सफाई दी। प्रधानमंत्री मोदी ने खुद ट्वीट पर ट्वीट किए। गृहमंत्री अमित शाह खुद मीडिया के सामने आए और अपनी सफाई दी, लेकिन लगता है कि इस सबसे भी काम नहीं चला और यह मुद्दा गर्म होने लगा और कांग्रेस को इससे फायदा मिलता दिखने लगा। लेकिन अचानक एक ही दिन में पूरी तस्वीर बदल गई और कांग्रेस ने अपनी बढ़त खो दी।
भाजपा को बैठे बिठाये मुद्दा मिल गया
दरअसल रोज-रोज कांग्रेस सांसद संसद परिसर में धरना प्रदर्शन कर रहे थे, तख्तियां लहरा रहे थे, नारेबाजी कर रहे थे। ठीक उसी तर्ज पर आज बीजेपी और एनडीए के सांसद भी संसद परिसर में विरोध करने उतर गए। इतना होते ही कांग्रेस की संसद मकर द्वार के ऊपर चढ़ गए और वहां विरोध प्रदर्शन किया। इस बीच खबर आई कि राहुल गांधी ने भाजपा सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत को धक्का दे दिया है। इतना होते ही भाजपा को बैठे बिठाये मुद्दा मिल गया। मीडिया में बयानबाजी होने लगी और सब राहुल गांधी पर हमलावर हो गए। कई वीडियो जारी हुए, कांग्रेस ने सफाई दी लेकिन उसकी यह सफाई काम नहीं आई। अब भाजपा लोकसभा अध्यक्ष और थाने में भी इसकी शिकायत कर रही हैं। भाजपा का दावा है कि उसके दोनों सांसद गंभीर रूप से घायल हैं और एक आईसीयू में भर्ती है। भाजपा इसे लोकतंत्र के लिए काला दिन बता रही है और राहुल गांधी पर धक्का देने और गुंडागर्दी करने के आरोप लगा रही है।
अब आगे क्या होगा..?
संसद के धक्कामुक्की कांड से कांग्रेस बैक फुट पर है और भाजपा को आक्रामक होने का मौका मिल गया। जाहिर सी बात है इस मुद्दे के आगे अंबेडकर के अपमान का मुद्दा थमता नजर आने लगा। लोकसभा का संसद सत्र 20 दिसंबर तक ही है और ऐसे में भाजपा का प्रयास है कि दोनों दिन धक्का मुक्की कांड को मीडिया की सुर्खियों में रखा जाए। ऐसा हुआ तो यह भाजपा के लिए राहत वाली बात होगी और अगर राहुल गांधी खिलाफ एफआईआर हुई तो इससे कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ेगी।
कांग्रेस के लिए बडी मुसीबत
संसद परिसर में ऐसे निर्णय लेने का अधिकार स्पीकर का होता है तो ऐसे में स्पीकर चाहे तो राहुल गांधी के खिलाफ कार्रवाई भी कर सकते हैं। ऐसा हुआ तो यह मुद्दा भी गरमाएगा और इससे उबरना कांग्रेस के लिए बडी मुसीबत होगी। यह देखना होगा कि बीजेपी इस मुद्दे को कहां तक ले जाती है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी घायल सांसदों से बात कर चुके हैं और ऐसे में हो सकता है कल का दिन और भी हंगामेदार हो और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर गृहमंत्री अमित शाह तक इस पूरे मुद्दे पर अपनी बात रखें और कांग्रेस को जमकर घेरें।