उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में कहा कि संभल में हिंसा और दंगों का लंबा इतिहास रहा है। उन्होंने कहा कि जय श्रीराम वाला शब्द या सांप्रदायिक शब्द नहीं है। बाबरनामा कहता है कि मंदिर तोड़े गए हैं। संभल में 1947 से ही दंगों का इतिहास रहा है। 1978 में दंगा हुआ। 184 हिंदुओं की हत्या हुई और उन्हें उन्हें जलाया भी गया था। 209 हिंदुओं की निर्मम हत्या हुई है। इस पर किसी ने भी एक शब्द नहीं कहा। यहां लोगों के हाथ काटे गए, गला रेता गया और ये लोग सौहाद्र्र की बात करते हैं। इन लोगों को शर्म नहीं आती।
दंगाईयों में से एक भी नहीं बचेगा
सीएम योगी ने कहा कि 23 नवंबर को सर्वे करने के लिए टीम गई थी। जुमे की नमाज के समय तहरीरें दी गईं और भडक़ाया गया। यही वजह है कि यहां हिंसा हुई। योगी ने साफ किया कि इनमें से एक भी नहीं बचेगा। सीएम ने कहा कि संविधान को अच्छे से पढि़ए, इनमें श्रीराम, बुद्ध, हनुमान और शिव भी नजर आएंगे। यह संविधान बाबासाहेब आंबेडकर ने लिखा था और इसमें कहीं भी सेकुलरिज्म का जिक्र नहीं है।