संविधान पर चर्चा पर राज्य सभा में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि मजरूह सुल्तानपुरी और बलराज साहनी दोनों को 1949 में जेल में डाल दिया गया था। 1949 में मिल मजदूरों के लिए आयोजित एक बैठक के दौरान मजरूह सुल्तानपुरी ने एक कविता पढ़ी जो जवाहरलाल नेहरू के खिलाफ लिखी गई थी और इसलिए उन्हें जेल जाना पड़ा। उन्होंने इसके लिए माफी मांगने से इंकार कर दिया और उन्हें जेल में डाल दिया गया। निर्मला ने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर अंकुश लगाने का कांग्रेस का रिकॉर्ड इन दो लोगों तक ही सीमित नहीं है। 1975 में माइकल एडवड्र्स द्वारा लिखी गई एक राजनीतिक जीवनी नेहरू पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। उन्होंने किस्सा कुर्सी का नामक फिल्म पर भी सिर्फ इसलिए प्रतिबंध लगा दिया क्योंकि इसमें प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और उनके बेटे पर सवाल उठाया गया था।
नेहरू, इंदिरा और राजीव का अपमान करेंगे : गोगोई
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि इंडिया गठबंधन के सभी नेता संसद में देश के महत्वपूर्ण मुद्दे उठाएंगे। बीजेपी के नेता देश के मुद्दे नहीं उठाएंगे, वे सिर्फ जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी जी का अपमान करेंगे। देश साफ-साफ देख रहा है।
भ्रष्ट और धोखेबाज सरकार है : शिवपाल
समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि उप्र राज्य में कई मुद्दे हैं और भाजपा सरकार सदन नहीं चलाना चाहती। अगर सदन नहीं चलेगा तो हम ये मुद्दे कैसे उठाएंगे? विपक्ष सदन चलाने के लिए तैयार है और हम सभी मुद्दों पर चर्चा चाहते हैं। मौजूदा सरकार अब तक की सबसे भ्रष्ट और धोखेबाज सरकार है।