सीरिया में राष्ट्रपति बशर अल-असद के शासन के पतन के बाद एक और इस्लामिक देश के अंदर खतरा मंडराने लगा है। इजरायल को चिंता है कि सीरिया में विद्रोहियों को बढ़त जॉर्डन में भी चरमपंथ को बढ़ावा दे सकती है, जिससे किंग अब्दुल्ला के शासन को खतरा हो सकता है। इजरायली खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों ने जॉर्डन का दौरा किया है। इजरायल की कैबिनेट में इस बात को लेकर चर्चा हुई है कि सीरियाई संघर्ष जॉर्डन में फैल सकता है, जिसका सीधा असर इजरायल पर पड़ेगा। इसके साथ ही अरब राजनयिकों ने चिंता व्यक्त की है। मिस्र, जॉर्डन और पड़ोसी देशों के अधिकारी सीरिया पर कड़ी नजर रख रहे हैं।
अरब दुनिया में डर बढ़ रहा
अरब दुनिया में डर बढ़ रहा है कि सीरिया में विद्रोह की सफलता दूसरे देशों में भी इस्लामिक आंदोलनों को बढ़ावा दे सकता है। सीरिया में मुख्य विद्रोही समूह हयात तहरीर अल-शाम के प्रमुख अबू मोहम्मद अल जुलानी ने सीरियाई टीवी को दिए गए एक बयान में इजरायल की चिंताओं को लेकर बात की। जुलानी ने कहा कि सीरिया में बशर अल-असद के शासन के बाद सीरिया का किसी नए संघर्ष में उतरने का कोई इरादा नहीं है। जुलानी ने सीरिया में इजरायली हमलों की निंदा की और कहा कि इजरायल के लिए ऐसा करने की कोई जरूरत नहीं है। सीरिया में असद शासन के पतन के बाद इजरायल ने करीब 500 हवाई हमले किए हैं।