उप्र के प्रयागराज में दुनिया का सबसे बड़े धार्मिक समागम महाकुंभ एक माह बाद शुरू होने वाला है। ऐसे में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) भी इसका साक्षी बनेगा। अंतरिक्ष से महाकुंभ की तस्वीरें इसरो के सेटेलाइट से ली जाएंगी। स्नान पर्वों के दौरान सेटेलाइट से महाकुंभ मेला क्षेत्र की निगहबानी भी की जाएगी। प्रयागराज महाकुंभ में इस बार 40 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। इसलिए इस बार सेटेलाइट से भी महाकुंभ मेले पर नजर रखी जाएगी। 2019 में भी इसरो ने कुंभ की तस्वीरें ली थीं। 16 जनवरी को इसरो द्वारा कुंभ क्षेत्र की दो तस्वीरें जारी भी की गई थीं। उन तस्वीरों में संगम क्षेत्र और तट पर जमा लाखों श्रद्धालु दिखे थे। ये तस्वीरें रिमोट सेंसिंग सेटेलाइट कार्टोसैट-2 से ली गई थीं, जो कुंभ के क्षेत्र को दिखा रही हैं।
बेहतरीन तस्वीर मिलने की उम्मीद
इसरो द्वारा जारी की गई उन तस्वीरों में गंगा और यमुना का संगम दिखने के साथ ही उनके रंग का अंतर भी साफ दिख रहा था। क एंड व्हाइट इमेज में यमुना का जल काला और गंगा जल हल्का काला दिख रहा था। यमुना में चल रही नावें भी तस्वीर में कैद हुई थीं। गंगा में बनाए गए पांटून पुल भी सेटेलाइट इमेज में लकीर जैसे दिखे थे। ओडी फोर्ट, नया यमुना पुल, संगम के आसपास की वाटर बैरिकेडिंग आदि सब कुछ सेटेलाइट इमेज में दिखी थी।
इसरो अब तकनीकी रूप से ज्यादा मजबूत
2019 के मुकाबले इसरो अब तकनीकी रूप से कहीं ज्यादा मजबूत हो गया है। उम्मीद है कि महाकुंभ-2025 के दौरान इसरो की सेटेलाइट द्वारा महाकुंभ से जुड़ी बेहतरीन तस्वीरें जारी की जाएंगी। हालांकि सुरक्षा की दृष्टि से इसरो के बारे में मेला प्रशासन अभी कुछ भी कहने से बच रहा है।


