बाघों के सुरक्षित पर्यावास के लिए छत्तीसगढ़ की डबल इंजन सरकार ने प्रदेश के चौथे टाइगर रिजर्व के रूप में गुरु घासीदास-तमोर पिंगला टाइगर रिजर्व की स्थापना की है।हाल ही में बारनवापारा वन क्षेत्र में विचरण कर रहे एक नर बाघ को कसडोल के आबादी क्षेत्र में पहुंचने पर वन विभाग की टीम ने सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया और उसे नवगठित टाइगर रिजर्व में सुरक्षित छोड़ा। देश के राष्ट्रीय पशु बाघ के संरक्षण और संवर्धन के लिए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इस उत्कृष्ट कार्य के लिए वन विभाग की टीम की सराहना की जाती है।
छत्तीसगढ़ में बाघ संरक्षण को बढ़ावा: गुरु घासीदास-तमोर पिंगला टाइगर रिजर्व का गठन
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