महाराष्ट्र विधानसभा में बंपर जीत के बाद तय है कि सीएम बीजेपी का ही होगा। मुख्यमंत्री पद की रेस में देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे बताए जा रहे हैं। सीएम एकनाथ शिंदे ने भी बयानों से जता दिया कि मिल-बैठकर तय होगा कि कौन सीएम होगा। हालांकि उन्हें भी अहसास हो गया है कि इस बार मुख्यमंत्री की कुर्सी उनके पास नहीं रहेगी। महाराष्ट्र में जिस तरह भाजपा 130 सीटें पाते दिख रही है, उससे यह तय है कि शिवसेना और एनसीपी का डिप्टी सीएम होगा। हालांकि शिंदे डिप्टी सीएम बनेंगे या नहीं, यह तय नहीं है। ऐसी स्थिति में शिवसेना का कोई और नेता डिप्टी सीएम बन सकता है। चर्चा यह भी है कि पीएम नरेंद्र मोदी शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल कर सकते हैं।
पार्टी की सलाह पर बने थे डिप्टी सीएम
महाराष्ट्र में बीजेपी ने जीत की हैट्रिक लगाई है। 2014 और 2019 में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनी थी। हालांकि 2019 में शिवसेना ने भाजपा से अलग होकर कांग्रेस, एनसीपी के साथ सरकार बनाई थी। तब करीब ढाई साल भाजपा सत्ता से बाहर रही। ढाई साल बाद शिवसेना में टूट के बाद सत्ता मिली, लेकिन सीएम पद बीजेपी के हाथ से निकल गया। 5 साल मुख्यमंत्री रहे देवेंद्र फडणवीस शिंदे सरकार में डिप्टी सीएम बनने को मजबूर हो गए। हालांकि तब देवेंद्र फडणवीस सरकार में शामिल नहीं होना चाहते थे, मगर बड़े बदलाव के बाद सत्ता को स्थिर रखने के लिए पार्टी ने उन्हें डिप्टी बना दिया।
एकनाथ शिंदे को मिलेगी मोदी मंत्रिमंडल में जगह
महायुति को 288 में से 229 की जबर्दस्त जीत मिली है। बीजेपी ने 130 सीटों पाई हैं, जिसके बाद यह तय हो गया है कि देवेंद्र फडणवीस ही इस बार सीएम की कुर्सी पर बैठेंगे। फडणवीस को आरएसएस का समर्थन है तो वे पीएम मोदी और अमित शाह के चहेते भी हैं। लोकसभा चुनाव में महायुति की हार का ठीकरा देवेंद्र फडणवीस पर फोड़ा गया था, लेकिन इस जीत के साथ उनका यह दाग भी धुल गया है। तब फडणवीस ने एनसीपी और शिवसेना में तोडफ़ोड़ कर सरकार बनवाई थी। इस जीत के बाद देवेंद्र महाराष्ट्र में तीसरी बार सीएम बनेंगे, जबकि शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे को दिल्ली जाना होगा। वह नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं। चर्चा यह भी है कि उनके बेटे श्रीकांत शिंदे डिप्टी सीएम बन सकते हैं। अभी वे सांसद हैं।