लोकसभा उपचुनाव के लिए वायनाड से कांग्रेस उम्मीदवार प्रियंका गांधी वाड्रा ने रैली कर कहा कि जब बहुत से लोगों को लगा कि अब कोई उम्मीद नहीं बची है और हम सभी सोच रहे थे कि क्या करें। हम भाजपा की इस अपार नकारात्मक शक्ति और उनके द्वारा फैलाए जा रहे दुष्प्रचार से कैसे लड़ेंगे? मेरे भाई ने एकता और शांति के नाम पर कन्याकुमारी से कश्मीर तक 4000 किलोमीटर पैदल चलने का फैसला किया। प्रियंका ने कहा कि आपने ही उसे ऐसा करने का साहस दिया। आपके पास स्वतंत्रता सेनानियों का इतिहास है, जिन्होंने अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी थी। आपके पास एकता की संस्कृति और परंपरा है। आपकी इस भूमि में एक समृद्ध परंपरा, इतिहास, अपार प्राकृतिक सौंदर्य और क्षमता है।
प्रियंका ने पहले चुनाव में झोंकी ताकत
प्रियंका गांधी वाड्रा वायनाड जैसी सुरक्षित सीट से उपचुनाव लड़ रही हैं। 2019 और 2024 में यहां से राहुल गांधी ने चुनाव जीता था। ऐसे में यह सीट कांग्रेस के लिए सुरक्षित सीट मानी जा रही है। लेकिन जिस तरह से प्रियंका ने आक्रामक चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है, उससे यह साफ है कि वे अपनी जीवन के पहले चुनाव में किसी तरह का जोखिम नहीं उठाना चाहतीं। यही वजह है कि वे लगातार वायनाड का दौरा कर रही हैं। कल भी राहुल और प्रियंका ने सभा की थी।