उत्तर प्रदेश में भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में योगी आदित्यनाथ सरकार ने सरयू तट पर 25 लाख दीये जलाकर दीपोत्सव मनाया। इस पर कांग्रेस ने आपत्ति दर्ज कराई है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने दीपोत्सव पर कहा कि एक दीये से भी भगवान की आराधना की जा सकती है। यह श्रद्धा और आस्था का सवाल है। दीपोत्सव के बाद गरीब लोग तेल एकत्र करके घर ले जाते हैं। इसके अलावा दीया हटाने के नाम पर उसे सरयू नदी के अंदर डाल दिया जाता है। इससे प्रदूषण भी बढ़ता है।
एक दीया से भी भगवान की पूजा होती है
अजय राय ने कहा कि दीपोत्सव जरूर होना चाहिए और अच्छा होना चाहिए। भव्यता के साथ होना चाहिए। हम लोगों के भगवान मर्यादा पुरुषोत्तम राम हैं। उन्होंने कहा कि एक दीया से भी भगवान की पूजा होती है। हम घर में भगवान की पूजा करते हैं तो एक दीपक जलाकर भगवान की आराधना करते हैं। 25 लाख दीये आप जलाएंगे तो इनमें से गरीब लोग तेल निकालकर ले जाएंगे। दीये हटाकर सरयू नदी में प्रवाहित कर दिए जाएंगे, जिससे जल अस्वच्छ होगा। अजय राय ने कहा कि एक दीये से भी पूजा हो सकती है। आस्था का प्रश्न है। श्रद्धा का प्रश्न है।
दुनिया की सबसे बड़ी आरती थी
अयोध्या दीपोत्सव और सरयू आरती पर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के अधिकारी निश्चल बरोट ने कहा कि गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के निर्णायक आए और उन्होंने हमारे दोनों प्रयासों को प्रमाणित किया। पहला प्रयास सबसे ज़्यादा लोगों द्वारा दीया घुमाने का था, यानी आरती। इसमें 1121 लोगों ने हिस्सा लिया। यह दुनिया की सबसे बड़ी आरती थी। दूसरा प्रयास 25,12,585 तेल के दीयों का सबसे बड़ा प्रदर्शन था। हमने दोनों प्रयासों में नए रिकॉर्ड बनाए।”