न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सरजमीं पर लगातार दो टेस्ट मैच हारने के बाद टीम इंडिया के ऊपर इस वक्त संकट के बादल मंडराने लगे हैं। और वह संकट के बदल इसलिए मंडराने लगे हैं क्योंकि भारत लगातार तीसरी बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले को खेलने से चूक सकता है। क्योंकि भारतीय टीम पहले ही वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले की रेस से बाहर हो सकती है।
अब यहां से भारतीय टीम को सिर्फ एक ही चीज वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में पहुंचा सकती है और वो है जीत, जीत और सिर्फ जीत। मैं जीत शब्द को कई बार इस वजह से लिख रहा हूं क्योंकि यहां से अगर भारत एक भी और टेस्ट हार जाता है तो लगभग वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले की रेस से बाहर हो जाएगा। अभी 6 टेस्ट मैच और भारत को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले से पहले खेलने हैं और इन 6 में से भारतीय टीम को कितने जीतने हैं हम आपको इस आर्टिकल में बताने जा रहे हैं।
6 टेस्ट में से 4 जीत भारत को दिलाएगा WTC फाइनल का टिकट
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले से पहले भारत की टीम को कुल 6 टेस्ट मैच खेलने हैं। एक टेस्ट मैच न्यूजीलैंड के खिलाफ मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में एक नवंबर से खेला जाएगा उसके बाद भारत की टीम 22 नवंबर से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी खेलेगी। जहां भारत को 5 टेस्ट में खेलने हैं। अगर भारत मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले जाने वाले टेस्ट मैच को जीत लेता है और बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में भारत कुल 3 टेस्ट मैच 5 में से जीत जाता है तो भारत बिना किसी दूसरी टीम के ऊपर निर्भर ना होते हुए WTC के फाइनल में पहुंच जाएगा।
यहां से अब हर हाल में भारत को हर टेस्ट मैच जीतना होगा और बेहतरीन प्रदर्शन करना होगा। क्योंकि रोहित शर्मा और विराट कोहली के पास यह अंतिम मौका हो सकता है जब दोनों वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला खेलते हुए दिखाई दें। क्योंकि इसके बाद वाले WTC सायकल में काफी समय रहेगा और दोनों खिलाड़ियों की उम्र भी बढ़ती जा रही है।