बहराइच में एक युवक की गोली लगने से मौत हो गई। उससे पहले उसका एक वीडियो सामने आया है, जिसमें गोपाल नाम का शख्स एक मुस्लिम घर में जबरन घुसा तो है और वहां से हरा झंडा उतारकर फेंकता और भगवा झंडा लहरा देता है। महसी के महराजगंज क्षेत्र में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान गोली लगने से गोपाल की मौत हो जाती है। इसके विरोध में अब लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। विरोध प्रदर्शन हिंसक होने पर पुलिस को आंसू गैस और लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा। बहराइच डीएम मोनिका रानी ने कहा कि हम स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं।
सपा ने लगाया ये आरोप
समाजवादी पार्टी ने वीडियो पोस्ट कर आरोप लगाया कि मासूम गोपाल के मन में जहर भरने का काम किया गया है। इस साजिश में कौन शामिल है, ये समझना कठिन नहीं है। सपा का दावा है कि इस सबमें भाजपा और भाजपा के सत्तालोभी नेता शामिल हैं, जो अगले चुनाव तक यूपी के माहौल को दंगा फसाद में झोंककर चुनाव जीतना चाहते हैं। अंतत: एक मासूम से दंगाई बने गोपाल ने भाजपाई सियासत के चक्कर में अपनी जान गंवा दी। बहराइच का मामला पूरी तरह से इंटेलिजेंस फेल्योर, पुलिस फेल्योर, भाजपाई साजिश और भाजपाई सत्तालोभी कुकृत्य का परिणाम है जिसमें आम नौजवान शिकार बन रहे हैं, माहौल खराब हो रहा और जानें जा रहीं हैं। सपा ने कहा कि इस मामले को हिंदू-मुस्लिम चश्मे से देखने के बजाय भाजपाई सत्ता लोभी साजिश के एंगल से देखेंगे तभी सत्य दिखेगा।