हरियाणा में कांग्रेस की हार पर उसके सहयोगी दल भी तंज कस रहे हैं। कल ही आप नेता मनीष सिसौदिया ने कांग्रेस की रणनीति पर सवाल उठाते हुए कहा था कि कांग्रेस ने गठबंधन नहीं किया, जिसका खामियाजा उसे भुगतना पड़ा। शिवसेना उद्धव गुट की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने भी भाजपा को बधाई देते हुए कांग्रेस को कठघरे में खड़ा किया था। अब संजय राउत ने भी भाजपा को बाजीगर बताते हुए कांग्रेस की कमियां गिनाई हैं।
जम्मू-कश्मीर में भाजपा की हार महत्वपूर्ण
हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव नतीजों पर शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कहा कि दोनों राज्यों का अपना-अपना महत्व है लेकिन भाजपा के लिए जम्मू-कश्मीर का महत्व सबसे ज्यादा रहा। यहां उन्होंने धारा 370 हटाई वहां वे हार गए। हरियाणा में इंडिया गठबंधन नहीं बन पाया क्योंकि कांग्रेस को लगता था कि वे अपनी ताकत पर जीत जाएंगे तो सत्ता में कोई और भागीदार नहीं चाहिए। कांग्रेस के जो नेता हैं हुड्डा जी, उन्हें लगा कि वे ही जीतेंगे।
भाजपा को मानना पड़ेगा
संजय राउत ने कहा कि मैं मानता हूं कि भाजपा ने जो चुनाव लड़ा है, वो बहुत ही बेहतरीन तरीके से लड़ा है। हारी हुई बाजी भाजपा ने जीत ली है तो ये मानना पड़ेगा और कांग्रेस तो जीत रही थी, लेकिन हार गई। उन्होंने कहा कि देश में कोई ऐसा नहीं कह रहा था कि भाजपा आ रही है लेकिन भाजपा आ गई। बेहतरीन रणनीति के लिए भाजपा को मानना पड़ेगा।
आगामी चुनावों पर पड़ेगा असर
हरियाणा में हार का असर महाराष्ट्र और झारखंड में होने वाले चुनावों पर पड़ेगा। कांग्रेस यहां सहयोगी पार्टियों पर दबाव नहीं बना पाएगी। यानि कि उसका बार्गेनिंग पावर कमजोर होगा और कम सीटों पर समझौता करना पड़ेगा।