उत्तराखंड में साइबर हमले से प्रदेश का पूरा आईटी सिस्टम ठप हो गया था। इससे सरकारी कामकाज बुरी तरह से प्रभावित हो गया। सचिवालय समेत किसी भी दफ्तर में कामकाज नहीं होने से समस्या आ रही थी। दरअसल स्टेट डाटा सेंटर में आए मालवेयर के कारण विभागों की वेबसाइट अपनी सरकार, ई-ऑफिस, चारधाम पंजीकरण जैसी मुख्य साइट अस्थायी रूप से बंद कर दी गई थीं। सबसे पहले सीएम हेल्पलाइन को सुचारू कर दिया गया था। इसके बाद प्रमुख विभागों की वेबसाइट भी शुरू कर दी गई हैं।
सीएम ने ली थी बैठक
स्टेट डाटा सेंटर में आए मालवेयर के कारण शासन की कई महत्वपूर्ण साइट को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया था। शनिवार को राजस्थान से देहरादून लौटने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एनआईसी, आईटीडीए, पुलिस विभाग आदि के साथ महत्वपूर्ण बैठक की थी। मुख्यमंत्री ने सोमवार तक सभी साइट्स के सुचारू संचालन के निर्देश दिए थे। आईटीडीए की निदेशक निकिता खंडेलवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशों पर अमल कर सभी प्रमुख साइट्स को सुचारू कर दिया गया है। पांच अक्टूबर को सीएम हेल्पलाइन व स्टेट पोर्टल जैसी सुविधाएं सुचारू कर दी गई।
600 से अधिक शिकायतें दर्ज
उत्तराखंड की सेवाएं जैसे अपनी सरकार, ई-ऑफिस, ई-रवन्ना पोर्टल, चारधाम रजिस्ट्रेशन को सुचारू कर दिया गया है। इस पूरे साइबर अटैक में कोई भी डाटा लॉस का कोई भी मामला संज्ञान में नहीं आया और डाटा पूरी तरह सुरक्षित है। सीएम हेल्पलाइन में पिछले दो दिन में लगभग 2034 कॉल्स में से 1879 को वापस दर्ज कर लिया गया है, जिसमें लोगों को कॉल बैक किया गया। इसमें 600 से अधिक शिकायतें दर्ज कर दी गई हैं। विभिन्न विभागों की 800 से ज्यादा सेवाएं ऑनलाइन उपलब्ध हैं। इन सेवाओं की लंबी पेंडेंसी हो गई है, जो धीरे-धीरे निपटाई जाएगी। सेवाएं ठप होने की वजह से राजस्व की कितनी नुकसान हुआ है है, इसका भी डाटा जुटाया जा रहा है। अनुमान है कि करोड़ों का लेनदेन लटका हुआ है। जिन विभागों की सेवाएं शुल्क आदि से जुड़ी हैं, उनका आकलन किया जा रहा।