प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को जन्मदिन की शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि मैं प्रार्थना करता हूँ कि उन्हें दीर्घायु और स्वस्थ जीवन मिले। मोदी ने 2014 मेंमनमोहन सिंह से ही सत्ता संभाली थी। कई मौकों पर मोदी उनकी आलोचना भी करते रहे हैं, जिसे कांग्रेस गिनाते रहती है। वित्त मंत्री रहते मनमोहन सिंह ने नरसिम्हा राव की सरकार में सबसे बड़ा आर्थिक सुधार किया था। लेकिन 10 वर्ष के उनके प्रधानमंत्रित्व काल में कई बड़े घोटाले सामने आए, जिससे कांग्रेस की छवि खराब हुई और 2014 में नरेंद्र मोदी के उभार के साथ ही कांग्रेस के बुरे दौर की शुरुआत हो गई। तब से अब तक पिछले करीब 10 वर्षों से केंद्र में मोदी सरकार है। लगातार तीसरी बार जीत दर्ज कर मोदी ने इतिहास भी रच दिया है। हालांकि डॉ. मनमोहन सिंह का जीवन सादगीपूर्ण ही रहा है। उन्होंने राजनेता की तरह कभी किसी पर आरोप नहीं लगाए, न ही बेवजह तंज कसे। उनका चेहरा सौम्यतापूर्ण रहा और विदेशों में भी उन्हें सराहा जाता रहा है।
अविभाजित पाकिस्तान में हुआ था जन्म
मनमोहन सिंह का जन्म ब्रिटिश भारत के पंजाब में 26 सितंबर,1932 को हुआ था। देश के विभाजन के बाद सिंह का परिवार भारत चला आया। पंजाब विश्वविद्यालय से उन्होंने स्नातक तथा स्नातकोत्तर स्तर की पढ़ाई पूरी की। बाद में वे कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय गए, जहाँ से पीएचडी की। उन्होंने आक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से डी. फिल. भी किया है। उन्हें 21 जून 1991 से 16 मई 1996 तक पीवी नरसिंह राव के प्रधानमंत्रित्व काल में वित्त मंत्री के रूप में किए गए आर्थिक सुधारों के लिए भी श्रेय दिया जाता है। 2004 में सोनिया गांधी के प्रधानमंत्री बनने से इंकार करने के बाद उन्हें प्रधानमंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपी गई। लोकसभा चुनाव 2009 में मिली जीत के बाद वे जवाहरलाल नेहरू के बाद भारत के पहले ऐसे प्रधानमन्त्री बने, जिनको पाँच वर्षों का कार्यकाल सफलता पूर्वक पूरा करने के बाद लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने का अवसर मिला था।