प्रयागराज महाकुंभ 2025 में अब 3 माह से अधिक का समय ही शेष रह गया है। वर्षा का मौसम भी अब समाप्त होने की ओर है। ऐसे में उप्र की योगी सरकार ने बुनियादी विकास की ओर ध्यान देना शुरू कर दिया है। निर्माण और सौंदर्यीकरण के काम युद्ध स्तर पर निपटाने के निर्देश दिए गए हैं। इस बार महाकुंभ का दायरा बढ़ा है तो विभिन्न विभागों की ओर से सुविधाओं और संसाधन में भी बढ़ोत्तरी की गई है। बिजली विभाग को 4000 हेक्टेयर में बसने जा रहे प्रयागराज महाकुंभ की बिजली की व्यवस्था करनी है। योगी सरकार की मंशा है कि महाकुंभ क्षेत्र में बिजली, सडक़ और पानी आदि की बुनियादी व्यवस्था के साथ अन्य कार्यों में तेजी से प्रगति हो। महाकुंभ को लेकर बिजली विभाग में कई नए प्रयोग किए जा रहे हैं। महाकुंभ में इस बार पॉवर कट की समस्या नहीं होगी। सोलर एनर्जी पर आधारित हाइब्रिड सोलर लाइट मेला क्षेत्र में लगाई जाएंगे। कुंभ के सभी प्रमुख चौराहों और पांटून पुलों पर भी इन्हें लगाया जाएगा। इन लाइट्स के लगने से कुंभ क्षेत्र में बिजली के कटने पर अंधेरा नहीं हो पाएगा।
कुंभ क्षेत्र की रात में होगा दिन जैसा उजाला
प्रयागराज का संपूर्ण महाकुंभ क्षेत्र रात में बिजली की रोशनी से जगमग रहेगा। बिजली विभाग की तरफ से पूरे महाकुंभ क्षेत्र में 1543 किमी लंबी बिजली की लाइन खींची जाएगी, जिसमें 1405 किमी एलटी और 138 किमी एचटी की लाइन होगी। बताया गया कि मेला क्षेत्र में 85 अस्थाई नए बिजली घर, 85 डीजी सेट, 15 आरएमयू और 42 नए ट्रांसफार्मर लगेंगे। मेला क्षेत्र में शिविरों में रहने वाले 4 लाख 71 हजार लोगों को विद्युत के कनेक्शन दिए जाएंगे। शिविरों में रोशनी के इंतजाम तो होंगे ही, मेला क्षेत्र में 67 हजार स्ट्रीट लाइट लगाई जाएंगी। सभी प्रमुख चौराहों में हाईमास्ट लाइट भी लगाई जाएंगी। शिविरों और सडक़ों के किनारे लगी इन स्ट्रीट लाइट से पूरा कुंभ मेला क्षेत्र रोशनी से नहा जाएगा। यहां रात में भी दिन जैसा उजाला होगा।