उत्तराखंड राज्य पहाड़ों से घिरा और अमूमन कई शहरों में तेज गर्मी नहीं पड़ती। लेकिन इस बार सितंबर माह में ही प्रचंड गर्मी ने राज्य के लोगों को बेहाल कर दिया है। हालात यह हैं कि मैदान से लेकर पहाड़ भी तप रहे हैं। ऐसा लग रहा है कि मानो जून की गर्मी पड़ रही हो। आज भी गर्मी का सितम ऐसा ही रहने का अनुमान है। आने वाले समय में बारिश की फुहारों से कुछ राहत मिल सकती है। 25 और 26 सितंबर को पर्वतीय जिलों के साथ ही मैदानी क्षेत्रों में भी बारिश होने के आसार हैं। मॉनसून की विदाई के साथ ही अक्टूबर से मौसम में बदलाव होगा और ठंड का अहसास होने लगेगा। बहरहाल कुछ दिनों से बारिश नहीं होने के कारण देहरादून का अधिकतम तापमान 36.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। इसके साथ ही 49 साल का रिकॉर्ड भी टूट गयाहै। इससे पहले 1974 में सितंबर महीने में देहरादून का अधिकतम तापमान 36.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज कियागया था।
गुलाबी ठंड पडनी थी, अभी एसी चल रहे
सितंबर महीने में आमतौर पर मैदानी इलाकों में रात के समय गुलाबी ठंड होने लगती है, लेकिन इस बार रात के समय भी एसी चलाने की नौबत आ गई हे। आसमान साफ होने और बादल नहीं होने के कारण तापमान में और इजाफा हो रहा है। उत्तर पश्चिमी हवाओं नहीं चल रही हैं, जिसके कारण तापमान में वृद्धि हुई है। देहरादून का न्यूनतम तापमान भी 23.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। वहीं पंतनगर का अधिकतम तापमान 35.5 और न्यूनतम तापमान 25.03 सेल्सियस रहा। मुक्तेश्वर का अधिकतम 26.4 और न्यूनतम तापमान 16.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इस बीच नई टिहरी में अपेक्षाकृत कम गर्मी महसूस हुई और अधिकतम तापमान 28.8 और न्यूनतम तापमान 18.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।