प्रयागराज महाकुंभ 2025 में प्रशासन की ओर से पुख्ता व्यवस्थाएं की जा रही हैं। ऐसे कई नए कदम उठाए जा रहे हैं, जो इससे पहले महाकुंभ में नहीं उठाए गए। 13 जनवरी 2025 से शुरू हो रहे महाकुंभ के पहले सभी विभागों के कर्मचारियों को यूनिक आईडी कोड जारी किए जाएंगे जिससे उनकी पहचान आसान होगी। इससे सुरक्षा के साथ-साथ श्रद्धालुओं को भी सुविधा होगी। इन सभी कर्मचारियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि वे श्रद्धालुओं के प्रति बेहतर व्यवहार कर सकें। उनकी ड्यूटी कहां पर है, वे मौजूदा समय में कहां पर हैं और उनकी जिम्मेदारी क्या है, यह भी यूनिक आईडी से पता चल जाएगा। नाविकों, सफाई कर्मियों, पुलिस के साथ ही सभी विभागों के कर्मचारियों की विशेष ट्रेनिंग दी जा रही है।
जल्द तैयार होगी कार्ययोजना
प्रयागराज महाकुंभ के लिए सफाई कर्मी, जलापूर्ति कर्ता, विद्युत विभाग से जुड़े लोगों की ट्रेनिंग कराने और उन्हें नेम प्लेट, यूनिफार्म व पहचान यूनिक कोड दिए जाने को लेकर जल्द ही कार्ययोजना तैयार हो जाएगी। इससे कौन कर्मी, कहां और किस प्रकार का कार्य कर रहा है, इसकी पहचान हो सकेगी। प्रशासन के मुताबिक विद्युत विभाग के लाइनमैन से लेकर अन्य कर्मियों और जेई, एई व अन्य संबंधित अधिकारियों की अच्छे ढंग से काउंसिलिंग व प्रशिक्षण कराने की तैयारी है, जिससे मेला में किसी भी तरह से विद्युत आपूर्ति बाधित न हो सके।
इतने कर्मचारी संभालेंगे व्यवस्था
- लगभग 16 विभागों के 65 हजार कर्मचारी व श्रमिक।
- 26 हजार सफाई कर्मियों की ड्यूटी लगाई जा रही है जो विभिन्न जनपदों से आएंगे।
- लगभग एक लाख पुलिस व पीएसी कर्मियों के साथ ही होमगार्ड व पीआरडी जवानों की ड्यूटी लगेगी।