प्रयागराज महाकुंभ 2025 के लिए योगी सरकार कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रही है। पहली बार संगम के घाट में पक्का निर्माण किया जा रहा है। अब तक करीब 70 निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। इसके अलावा कई प्रोजेक्ट धीरे-धीरे पूर्णता की ओर बढ़ रहे हैं। सरकार का प्रयास है कि अक्टूबर तक सभी काम पूरे हो जाएंगे। सौंदर्यीकरण के काम पूरे होने पर प्रयागराज नगरी पूरे तरह चमकने लगेगी। प्रयागराज महाकुंभ तक संगम नगरी विश्वस्तरीय बन जाएगी, क्योंकि इस बार इन परियोजनाओं से प्रयागराज को नए पंख लगेंगे। इन प्रोजेक्ट के पूर्ण होने से पर्यटकों को सुखद अनुभूति होगी। इसके साथ ही रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे। संगम की ओर पहली बार पक्के घाटों का निर्माण किया जा रहा है।
7 घाटों का निर्माण
प्रदेश की योगी सरकार गंगा तट पर 3 और यमुना तट के 4 घाटों का पक्का करने के लिए बजट जारी कर दिया है। सिंचाई विभाग को इस काम का जिम्मा सौंपा गया है। जलस्तर कम होने और घाटों के सूखने के बाद निर्माण कार्य और तेज हो जाएगा। घाटों के सौंदर्यीकरण का काम 15 करोड़ से होगा, जबकि 58 करोड़ से घाट बनेंगे। इस तरह कुल 73 करोड़ रुपए से यह पूरा काम होने वाला है। इसके साथ ही शेड, पूजा और आरती स्थल का भी निर्माण कार्य चल रहा है। साथ ही चेंजिंग रूम भी बनाए जाएंगे जिससे श्रद्धालु आसानी से यहां स्नान के बाद कपड़े बदल सकेंगे। खास बात यह है कि इन पक्के घाटों का इंटरलॉकिंग का काम भी होगा, ताकि श्रद्धालु एक घाट से दूसरे घाट तक पहुंच सकेंगे।