उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ के लिए उप्र सरकार पूरी तरह से तैयार है। महाकुंभ को दिव्य, भव्य और नव्य स्वरूप देने के लिए कई नए कदम उठाए जा रहे हैं। गंगा तट पर 95 करोड़ से गंगा पथ का निर्माण किया जा रहा है। इससे यहां आने वाले 41 करोड़ से ज्यादा पर्यटकों और श्रद्धालुओं को जाम की समस्या से निजात मिल जाएगी। गंगा किनारे रसूलाबाद घाट से नागवासुकी मंदिर तक, सूरदास से छतनाग तक, कर्जन ब्रिज के पास महावीर पुरी तक का निर्माण कार्य अभी चल रहा है। गंगा के दोनों किनारे पर इन सडक़ों का निर्माण हो रहा है, जिससे गंगा पथ तैयार हो जाएगा और श्रद्धालुओं को आने-जाने में आसानी होगी।
गोमती रिवर फ्रंट की तर्ज पर निर्माण
राज्य सरकार का कहना है कि राजधानी लखनऊ के गोमती रिवर फ्रंट की तर्ज पर प्रयागराज में भी गंगा किनारे लगभग 12 किलोमीटर गंगा पथ का निर्माण कराया जा रहा है। यह महाकुंभ से पहले बनकर तैयार हो जाएगा। इससे कुंभ क्षेत्र में भीड़ को व्यवस्थित करने में यह काफी मदद मिलेगी। सिंचाई विभाग की तरफ से इसका निर्माण कार्य कराया जा रहा है।
7 खंडों में रिवर फ्रंट की तर्ज पर निर्माण
प्रयागराज में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं की सहूलियत के लिए गंगा नदी के दोनों किनारों पर 7 खंडों में रिवर फ्रंट की तर्ज पर सडक़ बनाई जा रही है। यह गंगा पथ आम सडक़ों से बिल्कुल अलग होगा। इसका निर्माण इंटर लॉकिंग, बोल्डर क्रेट से किया जा रहा है, जिसमें स्लोप पिचिंग का कार्य भी किया जाएगा। सडक़ को आदर्श सडक़ के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके किनारे बेंच भी लगाई जाएंगी। जगह-जगह सेल्फी प्वाइंट का भी निर्माण होगा।