जैसा फिल्म दृश्यम में हुआ था, ठीक वैसा ही बाहरी उत्तरी दिल्ली के स्पेशल स्टाफ में तैनात एसीपी के बेटे के साथ भी हुआ है। 23 जनवरी को उसके दो दोस्तों ने उसकी हत्या कर दी, लेकिन शव अभी तक बरामद नहीं हुआ है। पुलिस ने अभिषेक नाम के एक आरोपी को नरेला से गिरफ्तार कर लिया है और विकास नाम के दूसरे आरोपी को पकडऩे के लिए तलाशी अभियान जारी है। दिल्ली पुलिस ने धारा 302 (हत्या) और 201 (सबूत नष्ट करना) के तहत एफआईआर दर्ज की है।
यहां कहानी है दूसरी
दिल्ली के बादली क्षेत्र निवासी यशपाल सिंह चौहान दिल्ली के आउटर नार्थ जोन में एसीपी हैं। उनका बेटा बेटा लक्ष्य चौहान मंगलवार को अपने दोस्तों के साथ शादी में रोहतक गया था। इसके बाद से वह घर नहीं लौटा। उसके दोस्त ने पुलिस पूछताछ में लक्ष्य चौहान की गोली मारकर हत्या करने की बात कबूली। पुलिस ने उसके तीन और दोस्तों को हिरासत में लिया है। आरोपियों ने बताया कि उन्होंने लक्ष्य की हत्या की और शव को कार में रोहतक से करनाल के मूनक गांव में ले गए। यहां उन्होंने शव को पैरलल नहर में फेंक दिया। बताया जाता है कि उनके बीच कर्ज को लेकर विवाद था। आरोपियों को लक्ष्य से कर्ज के पैसे लेने थे लेकिन वह नहीं दे रहा था। इसी पर उनके बीच विवाद हुआ था।
दृश्यम फिल्म की तर्ज पर कर दी हत्या.. एसीपी के बेटे की लाश गायब
RELATED ARTICLES