हरियाणा में विधानसभा चुनाव के महज 2 से 3 माह बचे हैं। ऐसे में कांग्रेस और भाजपा अपनी तैयारियों में जुटी हुई है। भाजपा तो सीएम नायब सिंह और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में एकजुट दिखाई दे रही है, लेकिन संकट कांग्रेस का है। शीर्ष स्तर पर जारी सिर फुटौव्वल से कांग्रेस आलाकमान भी चिंतित है। यही वजह है कि हरियाणा कांग्रेस में दरार की खबरें छन-छनकर आ रही हैं। यहां फिलहाल दो-तीन गुट हैं, जो सीधे-सीधे टकराव की स्थिति में हैं। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और सांसद कुमार सैलजा के साथ रणदीप सिंह सुरजेवाला का भी गुट है। सैलजा और रणदीप तो मिलकर सियासी गणित भिड़ाने में लगे रहते हैं। ऐसे में सबसे ताकतवर हुड्डा कैंप भी हैं।
कुमारी शैलजा ने ये कहा
हरियाणा कांग्रेस में गुटबाजी और टकराव पर पार्टी सांसद कुमारी शैलजा ने कहा कि किसी भी बैठक में कोई टकराव नहीं हुआ है, ऐसी कोई बात नहीं हुई है। ये कहानियां कैसे सामने आ रही हैं ये मुझे नहीं पता? ये सिर्फ कहानियां हैं, ऐसा कुछ नहीं है। मैंने पहले भी कहा है कि हरियाणा कांग्रेस में सभी को कड़ी मेहनत करनी होगी। हम सब मिलकर करेंगे। हमारा असली लक्ष्य राज्य चुनाव जीतना है।
यह था पूरा माजरा
दरअसल दो दिन पहले दिल्ली में ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी की बैठक हुई थी। इस दौरान हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष उदयभान और पार्टी महासचिव कुमारी शैलजा के बीच जमकर तू-तू मैं-मैं हो गई। कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के सामने ही शैलजा ने हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष पर पक्षपात करने का आरोप जड़ दिया। शैलजा ने हरियाणा कांग्रेस पर बैठक में सिर्फ एक पक्ष के लोगों को बुलाने और तरजीह देने का सीधा आरोप लगाया। आरोपों पर बात आगे बढ़ती उससे पहले संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल बीच बचाव में उतर आए। उन्होंने शैलजा से अलग से बात करने को कहा और मसले को शांत कराया।
शैलजा और हुड्डा में लगातार टकराव
बैठक के बाद प्रभारी और अध्यक्ष सफाई देने संगठन महासचिव के कमरे में पहुंचे। सूत्रों के मुताबिक, संगठन महासचिव ने प्रदेश अध्यक्ष को फटकार लगाते हुए कहा कि ये पहली बार शिकायत नहीं आई है। प्रभारी दीपक बावरिया से कहा गया कि दूसरे पक्ष की शिकायतों का समाधान तुरंत किया जाए और सामंजस्य स्थापित कर रिपोर्ट सौंपी जाए। इससे पहले शैलजा पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर बिना नाम लिए गंभीर आरोप लगा चुकी हैं। उन्होंने इशारों ही इशारों में कहा था कि हरियाणा में पार्टी को कमजोर किया जा रहा है।


