उप्र की पवित्र नगरी प्रयागराज में मां गंगा के तट पर कुंभ मेले का आयोजन 2025 में 13 जनवरी से होगा। सूर्य और चंद्रमा के मकर राशि में प्रवेश करने पर महाकुंभ मेले का आयोजन होता है। 2025 में यह संयोग बनेगा और 13 जनवरी से लेकर 26 फरवरी तक यह मेला लगेगा। हालांकि इससे पहले प्रयागराज का कायाकल्प किया जाएगा। घाटों का निर्माण चल रहा है तो रोड सौंदर्यीकरण के तहत शहर की प्रमुख सडक़ों को नया रूप दिया जाएगा। सडक़ के किनारे पेड़-पौधे लगाए जाएंगे तो फुटपाथों का निर्माण होगा और सडक़ किनारे सुंदर लाइटिंग भी लगाई जाएगी।
एक ही थीम पर होगा निर्माण
महाकुंभ को भव्य और दिव्य बनाने के लिए प्रयागराज शहर में रोड सौंदर्यीकरण, लाइटिंग, वॉल पेंटिंग्स के कार्यों को एक ही थीम में कराया जाए, जिसमें गुणवत्ता और समय सीमा का पालन हो। रोड सौंदर्यीकरण के तहत शहर की प्रमुख सडक़ों को नया रूप दिया जाएगा। शहर की दीवारों पर कुंभ मेला के इतिहास और महत्व को दर्शाती कलाकृतियां बनाई जाएंगी। मुख्य चौराहों पर प्रयागराज की संस्कृति और इतिहास को दर्शाती मूर्तियों की स्थापना भी करने की तैयारी है। नए साइनेज बोर्ड लगाए जाएंगे, जो देशभर और विदेशों से आए श्रद्धालुओं को मेला स्थल और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों तक पहुंचने में मददगार होंगे। शहर में पार्कों का निर्माण कराया जा रहा है। 36 चौराहों को महाकुंभ के लिए सजाया जाएगा।