हिमाचल प्रदेश में बादल फटने और उत्तराखंड में भारी बारिश और भूस्खलन से भारी तबाही हुई है। यहां से अब तक करीब 6000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू-मनाली बाईपास रोड पर वाहनों की लंबी कतार देखी गई। मनाली हाईवे पर मरम्मत का काम जारी है। राज्य के कई हिस्सों में भारी और लगातार बारिश के कारण कुल्लू के बंदरोल गांव में भूस्खलन जैसी स्थिति बनी हुई है।
रामपुर और कुल्लू में भारी तबाही, 50 की मौत
हिमाचल प्रदेश सरकार में मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने हिमाचल के आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव अभियान पर कहा कि यहां बादल फटा था जिसकी वजह से रामपुर और कुल्लू में भारी तबाही हुई है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू यहां आए थे और स्थिति का जायजा लिया। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, राज्य की पुलिस, होम गार्ड सभी यहां मौजूद हैं। शवों को निकाला जा रहा है। राहत और बचाव कार्यों के साथ ही सर्च आपरेशन भी जारी है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बात की है। हमें उम्मीद है कि केंद्र से सहायता मिलेगी। अभी तक करीब 50 लोगों के मारे जाने की आशंका है। शव मिलने के बाद ही इसकी आधिकारिक पुष्टि हो सकेगी।
एक दिन में 450 लोगों को बचाया
उत्तराखंड के आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव अभियान पर एनडीआरएफ कमांडेंट सुदेश कुमार ने कहा कि आज लगभग 450 लोगों को बाहर निकाला है। पिछले दो दिनों में हम कुल 6000 लोगों को बाहर निकाल चुके हैं। अगर मौसम साफ रहेगा तो सभी लोगों को निकाल लिया जाएगा। रास्ते के मरम्मत का कार्य जारी है।
तीर्थयात्रियों को सुरक्षित निकाल रहे
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड के आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव अभियान पर कहा कि तीर्थयात्रियों को सुरक्षित निकालने के प्रयास जारी हैं। जो सडक़ें बाधित हुई हैं, उनकी मरम्मत का काम भी चल रहा है। सभी व्यवस्थाएं की जा रही हैं। प्रशासन पूरी तैयारी कर रहा है, ताकि किसी भी श्रद्धालु को कोई परेशानी न हो।