विपक्षी एकता को फिर एक बार झटका लगा है। नीति आयोग से पहले इंडिया गठबंधन के दलों ने ऐलान किया था कि वे नीति आयोग की बैठक में नहीं जाएंगे। लेकिन एक-एक कर टीमएसी, जेएमएम जैसे दल टूट गए। अब ममता बनर्जी और हेमंत सोरेन बैठक में शामिल होने आ रहे हैं। वहीं कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री बैठक में शामिल नहीं होंगे। वहीं डीएमके ने भी बैठक के बहिष्कार का फैसला लिया है। दरअसल बजट में आंध्र प्रदेश और बिहार को तवज्जो देने का आरोप लगाते हुए विपक्षी दल मोदी सरकार पर हमलावर हैं। इसी कारण उन्होंने बैठक के बहिष्कार का ऐलान किया था।
बदला लेने के लिए बजट तैयार किया
नीति आयोग की बैठक का बहिष्कार करने पर तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री द्वारा पेश किया गया बजट भाजपा का बहिष्कार करने वाले राज्यों और लोगों के प्रति प्रतिशोध की कार्रवाई जैसा प्रतीत होता है। उन्होंने इंडिया गठबंधन को वोट देने वालों से बदला लेने के लिए बजट तैयार किया है। केंद्र की भाजपा सरकार लगातार तमिलनाडु की उपेक्षा कर रही है।
कान्क्लेव भी होगा
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत नीति आयोग की बैठक में शामिल होने दिल्ली पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में नीति आयोग की बैठक है। इसमें कई मुद्दें उठाए जाते हैं, हम गोवा के मुद्दों को भी उठाएंगे। गोवा की मांगों को नीति आयोग के सामने रखेंगे। वहीं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय नीति आयोग की बैठक में शामिल होने दिल्ली पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा कि नीति आयोग की बैठक है और पीएम मोदी नीति आयोग के अध्यक्ष हैं। यह बैठक उनकी अध्यक्षता में होगी। इसके बाद कॉन्क्लेव होगा जिसमें भाग लेने के लिए दोनों उपमुख्यमंत्री अरुण साव और विजय शर्मा दिल्ली पहुंच गए हैं। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू भी दिल्ली पहुंच गए हैं।