सुप्रीम कोर्ट ने कांवडिय़ों के यात्रा मार्ग पर स्थित भोजनालयों को मालिकों के नाम बताने के लिए कहने वाले सरकारी निर्देश पर रोक लगा दी है। इस पर उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और मध्य प्रदेश सरकारों को नोटिस जारी किए हैं। इस फैसले पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट द्वारा लगाई गई रोक का स्वागत करते हैं। यह असंवैधानिक था और कांग्रेस पार्टी ने पूरे विपक्ष के साथ मिलकर इसका विरोध किया था।
दीया बुझने से पहले फडफ़ड़ाता है
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर अखिलेश यादव ने कहा कि जिस समय मुझे जानकारी मिली थी, तभी मैंने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट स्वयं इसे संज्ञान में ले और ऐसी कार्रवाई को रोके। जैसे दीया बुझने से पहले फडफ़ड़ाता है, ये सांप्रदायिक राजनीति का दीया फडफ़ड़ा रहा है, इसलिए ऐसे फैसले ले रहे हैं। सांप्रदायिक राजनीति खत्म होने जा रही है, इसका दुख भाजपा को है।
सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का स्वागत : त्यागी
जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि मैं सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का स्वागत करता हूं। हमें आशंका थी कि इस नियम से समाज बंट जाएगा। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले को संज्ञान में लिया। मैं चाहता हूं कि इस कांवड़ यात्रा के पूरे रूट पर शराब और मांस की दुकानों पर प्रतिबंध लगाया जाए।