मप्र में सरकार ने निर्णय लिया है कि सरकारी कर्मचारियों को आरएसएस की गतिविधियों में भाग लेने पर कोई रोक नहीं है। इस फैसले पर कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि मुझे ये आरएसएस-बीजेपी की जुगल बंदी लगती है। कुछ दिन पहले जो मोहन भागवत ने टिप्पणी कि उसको लेकर उनकी नाराजगी को खत्म करने के लिए आज भाजपा सरकार इस प्रकार का निर्णय ले रही है। आज यूपीएससी, एनटीए की दुर्दशा इसलिए है क्योंकि आरएसएस के लोग सरकार के हर वर्ग में घुस रहे हैं।
स्वागत योग्य कदम : वीडी शर्मा
सरकारी कर्मचारियों के आरएसएस की गतिविधियों में भाग लेने वाले फैसले पर मध्य प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि यह देश के लिए स्वागत योग्य कदम है और कांग्रेस तो हमेशा तुष्टिकरण की राजनीति करती आई है। आरएसएस इस दुनिया का सबसे बड़ा सांस्कृतिक और सामाजिक संगठन है, जिसने देश के लिए हमेशा त्याग और बलिदान किया और अपनी भूमिका निभाई है।
सबने पहन ली खाकी
इस फैसले पर शिवसेना (यूबीटी) की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि पहले ईडी, आईटी, सीबीआई सब खाकी का काम कर रहे थे, खाकी शॉट्र्स पहन कर काम कर रहे थे। अब खुलेआम बोल पाएंगे। कितनी शर्मनाक बात है कि आज हमारे नौकरशाह जिनको भारत माता के लिए काम करना चाहिए और सरकार को इसे बढ़ावा देना चाहिए, अब वो अपने विचारधारा को आगे रख काम करेंगे ये शर्मनाक है।