अमेरिकी में राष्ट्रपति चुनाव के दौरान राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप पर जानलेवा हमला हुआ था और उन पर गोली चलाई गई थी। उप्र के पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह ने एक अखबार में लेख लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिस तरह भारत में निशाना बनाया जाता है, उससे उन पर हिंसा बढ़ सकती हैै। इस पर अब भाजपा नेताओं की प्रतिक्रियाएं भी आने लगी हैं।
बयानों से प्रेरित होती हैं ऐसी घटनाएं
भाजपा सांसद व राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि आज देश के एक अंग्रेजी अखबार में एक सेवानिवृत्त वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी ने लेख लिखा है। लेख में उन्होंने सुरक्षा से जुड़ी वर्तमान वैश्विक गतिविधियों और उनके भारत पर पडऩे वाले प्रभाव की ओर ध्यान आकर्षित किया है। एक-डेढ़ साल पहले जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की एक राजनीतिक कार्यक्रम में हत्या कर दी गई थी। अमेरिका के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप पर गोली चलाकर उनकी हत्या का प्रयास किया गया था, जिसमें वह बाल-बाल बचे थे। पूर्व आईपीएस अधिकारी ने कहा कि हिंसा और हत्या को भडक़ाने वाली ऐसी प्रवृत्तियां ऐसे बयानों से प्रेरित होती हैं, जिसमें राजनीतिक दल अल्पकालिक राजनीतिक लाभ के लिए हिंसा और हत्या जैसे शब्दों का इस्तेमाल करना चाहते हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण और चिंता का विषय है कि हिंसा के लिए उकसाने वाले ऐसे शब्द और भाषा का इस्तेमाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए किया जा रहा है।
राहुल गांधी ने भी कई बार भडक़ाया
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस नेता और विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कई बार पीएम मोदी के लिए अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया। अगर आप लोकसभा में विपक्ष के नेता बन गए हैं, तो थोड़ी परिपक्वता दिखाएं। इसलिए मैं सभी राजनीतिक दलों से आग्रह करना चाहूंगा कि हिंसा, हत्या, किसी के प्रति आक्रमण, मारना-पीटना और कब्र खुदेगी जैसे शब्दों का इस्तेमाल बंद होना चाहिए।