हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि सावित्री बाई फूले देश की पहली शिक्षिका होने के साथ-साथ महिला स्वतंत्रता सेनानी भी थी। माता सावित्री बाई ने उस समय शिक्षा प्राप्त करने का संघर्ष किया। जब महिलाओं को पढऩे के लिए स्कूल में जाने और घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं थी। लेकिन उन्होंने इस सभी रुकावटों को अपने शिक्षा के रास्ते में नहीं आने दिया और संघर्ष करते-करते सन 1948 में देश की पहली महिला शिक्षिका बनी।
डिप्टी सीएम ने खरखौदा में सावित्री बाई फूले मूर्ति का किया अनावरण, जीवन से प्रेरणा का दिया संदेश
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