आरजेडी प्रमुख और बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव के 77वें जन्मदिन के अवसर पर आरजेडी कार्यकर्ता उनके आवास के बाहर जुटे और जश्न मनाया। लालू यादव ने परिवार के बीच अपना जन्मदिन मनाया। लालू यादव और उनकी पत्नी राबड़ी देवी 15 साल तक मुख्यमंत्री रहे। जेपी आंदोलन से निकले लालू को बिहार की राजनीति में पिछड़ों और सामाजिक न्याय के लिए जाना जाता है। वे केंद्र में रेल मंत्री भी रहे हैं। उनकी पार्टी आरजेडी आज भी बिहार में मुख्य विपक्षी दल है। उनके बेटे तेजस्वी यादव बिहार के दो बार डिप्टी सीएम रह चुके हैं। एक और पुत्र तेजप्रताप यादव भी मंत्री रहे हैं। बेटी मीसा यादव हाल ही में सांसद चुनी गई हैं।
घोटालों और जेल जाने के बाद भी बिहार में लोकप्रियþ
लालू यादव ने 90 के दशक में लालकृष्ण आडवाणी की राम रथयात्रा को बिहार में रोका था। इसके बाद केंद्र में वीपी सिंह की सरकार गिर गई थी। जनता दल में मतभेदों के बाद उन्होंने अपनी पार्टी बनाई। लालू यादव का नाम चारा घोटाले में जुड़ा और उन्हें वर्षों तक जेल में रहना पड़ा। रेल मंत्री रहते हुए उनका और उनके परिवार का नाम नौकरी के बदले जमीन मामले में सामने आया। ईडी और सीबीआई ने उनके कुनबे पर मामला दर्ज किया और अभी यह मामला न्यायालय में चल रहा है। इसके बाद भी वे और उनका परिवार आज भी बिहार में प्रासंगिक बना हुआ है। लालू का ठेठ देशी अंदाज आज भी बिहार के लोग पसंद करते हैं।
देशी अंदाज बना रहा आकर्षण का केंद्र
संसद में उनके कई ऐसे बयान हैं, जिन्हें सुनकर विपक्षी दल भी ठहाके लगाने से नहीं रोक पाते थे। शुरू में उन्होंने कांग्रेस विरोधी राजनीति की, लेकिन बाद में कांग्रेस से समझौता किया और केंद्र में हिस्सेदारी भी हासिल की। उन्हें मोदी विरोध के लिए जाना जाता है। हाल ही में उन्होंने मोदी के परिवार नहीं होने पर तंज कसा था, जिस पर बीजेपी ने मैं भी मोदी का परिवार मुहिम चलाई थी। पिछले दिनों उनकी किडनी खराब हो गई थी, जिस पर बेटी रोहिणी आचार्य ने अपनी किडनी दी थी, जिसके बाद से वे स्वस्थ हैं और राजनीति में सक्रिय हैं।