घर में नहीं दाने और अम्मा चली भुनाने.. यह कहावत पाकिस्तान पर सटीक बैठती है। पाकिस्तान भुखमरी के कगार पर है और भीख का कटोरा लेकर कभी आईएमएफ के सामने खड़ा हो जाता है तो कभी अरब देशों के सामने। लेकिन इसके बाद भी पाकिस्तान की हेकड़ी कम होने का नाम नहीं ले रही है। पाकिस्तान चीन से लड़ाकू विमान ले रहा है तो खबर यह भी है कि अब अपने परमाणु हथियारों के जखीरे को सुरक्षित रखने के लिए साइलो यानि सुरंग बना रहा है। अब ताजा सेटेलाइट तस्वीरों से इस बात का खुलासा हुआ है कि वह देशभर के परमाणु ठिकानों तक चारों ओर सुंरग बनाकर उन्हें सुरक्षित करना चाहता है। पाकिस्तान को डर है कि कहीं भारत उस पर हमला कर परमाणु ठिकानों को बर्बाद न कर दे। पाकिस्तान के पास करीब 170 परमाणु बम हैं। वह अपने परमाणु हथियारों को आधुनिक बनाने में भी जुटा हुआ है।
क्या सेना का हो जाएगा कब्जा?
पाकिस्तान अरबों डॉलर के कर्ज में डूबा हुआ है। आईएमएफ से लोन लेकर वह डिफॉल्टर होने से बचा हुआ है। भारी आर्थिक संकट के बीच सुगबुगाहट इस बात की है क्या पाकिस्तान में सेना का राज यानि कि तानाशाही के दिन लौटने वाले हैं। दावा किया जा रहा है कि सिर्फ सेना ही है, जो देश को इस संकट से निकाल सकती है।
तानाशाही शासन वाले देश तरक्की की राह पर ?
ऐसे में एक बार फिर तानाशाही लौटने के पूरे-पूरे आसार नजर आ रहे हैं। इसके पीछे तर्क दिया जा रहा है कि दुनिया की 40 फीसदी आबादी में तानाशाही है और इन देशों की आर्थिक स्थिति भी ठीक है। यानि तानाशाही शासन वाले देश तरक्की की राह पर हैं। जाहिर है आवाम को यह दलील दी जा रही है। ऐसे में शहबाज शरीफ की सरकार का कब तख्ता पलट हो जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता।