पाकिस्तान आज बदहाल है और भीख का कटोरा लेकर दुनिया के सामने खड़ा है। ऐसे में पाकिस्तानी आवाम के साथ ही उसके जनप्रतिनिधियों का दर्द भी गाहे-बगाहे छलक उठता है। पाकिस्तान के सांसद मुस्तफा कमाल ने नेशनल असेंबली में देश की बदहाली का जिक्र किया और भारत की तरक्की की तारीफ की। उन्होंने कहा कि भारत आज चांद पर चला गया है, जबकि हमारे देश में खासतौर पर कराची में बच्चे खुले नाले में गिरकर मर रहे हैं। पाकिस्तान के विश्वविद्यालय बेरोजगारों को पैदा करने वाले उद्योग बन गए हैं तो भारत की शिक्षा प्रणाली ऐसी है कि भारतीय 25 शीर्ष वैश्विक कंपनियों के सीईओ हैं।
राष्ट्रपति से लगाई गुहार
मुस्तफा ने कहा कि आज कराची में बच्चे खुले गटर में गिरकर मर रहे हैं। यह आए दिन होता है। मैं पाकिस्तान के राष्ट्रपति और उनकी पार्टी के चेयरमैन से गुजारिश कर रहा हूं कि वे इस ओर ध्यान दें। कराची जैसे बड़े शहर को ज्यादा पानी नहीं दिया जाता। जो पानी पाइन लाइन से आता था, उसे पानी और टैंकर माफिया चुरा लेते हैं और आम जनता को लूटकर बेच देते हैं। उन्होंने कहा कि ढाई करोड़ से ज्यादा बच्चे ऐसे हैं, जो स्कूल नहीं जाते हैं।
रातों की नींद उड़ जाएगी
सांसद मुस्तफा कमाल ने कहा कि हम कितनी तरक्की की बात कर लें लेकिन हकीकत यह है कि सोचना शुरू कर दें तो रातों की नींद उड़ जाएगी। यह किसी राज्य नहीं, बल्कि आवाम का मसला है। हमारे यहां 68 प्रतिशत यूथ हैं, लेकिन उनके लिए रोजगार, नौकरियां नहीं हैं। वे डिग्रियां लेकर घूम रहे हैं। वहीं भारत आज इसलिए तरक्की कर रहा है क्योंकि दुनिया की 25 बड़ी कंपनियों के सीईओ इंडियन हैं। भारत के पास 5 ट्रिलियन का बजट है। वहीं हमारी हालत किसी से छिपी नहीं है।