कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बयान पर विवाद खड़ा हो गया है। खरगे ने कहा था कि पीएम मोदी के बौद्ध धर्म नहीं मानने के कारण देश में स्थापित धर्म की बुरी स्थिति है। उन्होंने कहा कि बौद्ध धर्म यहां स्थापित हुआ लेकिन भाजपा इसमें विश्वास नहीं रखताी। भारतीय बौद्ध संघ ने खरगे के इस बयान पर आपत्ति जताई है। बौद्ध भिक्खुओं का कहना है कि सरकार ने अपने कार्यकाल में काफी प्रयास किए हैं, जिससे बौद्ध धर्म का प्रचार-प्रसार हुआ है।
पीएम मोदी ने बौद्ध धर्म के लिए बहुत कुछ किया
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा पीएम मोदी की बौद्ध धर्म में आस्था पर सवाल उठाने पर महाबोधि इंटरनेशनल मेडिटेशन सेंटर के संस्थापक और अध्यक्ष आदरणीय भिक्खु संघसेना ने कहा कि भारत में बौद्ध लोगों के लिए उन्होंने जो किया है, उसके लिए मैं व्यक्तिगत रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति अपनी हार्दिक कृतज्ञता व्यक्त करना चाहता हूं। मुझे याद नहीं है कि पहले कितने प्रधानमंत्रियों और सरकार ने भारत में बौद्ध धर्म को बढ़ावा दिया है और उसका समर्थन किया है। पीएम मोदी ने बौद्ध धर्म के लिए बहुत कुछ किया है। उन्होंने लुम्बिनी में अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध केंद्र की आधारशिला रखी है और हमें बुद्ध अवशेषों को थाईलैंड जैसे विभिन्न देशों में ले जाने के लिए एक विशेष उड़ान दी है। वे जहां भी जाते हैं, बौद्ध धर्म के बारे में बात करते हैं। संयुक्त राष्ट्र में उन्होंने कहा कि भारत ने दुनिया को बुद्ध दिया है, युद्ध नहीं।