भारतीय क्रिकेट के क्षितिज पर 14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी एक ऐसे सितारे बनकर उभरे हैं, जिन्होंने अपने बल्ले की गूंज से दिग्गजों को भी हैरान कर दिया है। हाल ही में विजय हजारे ट्रॉफी में उनके ऐतिहासिक प्रदर्शन के बाद पूर्व क्रिकेटरों और प्रशंसकों ने उन्हें ‘अगला सचिन’ बताते हुए सीधे टीम इंडिया में शामिल करने की मांग तेज कर दी है।
विजय हजारे ट्रॉफी में ऐतिहासिक ‘कोहराम’
बिहार की ओर से खेलते हुए वैभव ने अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ जो पारी खेली, उसने रिकॉर्ड बुक को तहस-नहस कर दिया।
- तूफानी 190 रन: वैभव ने मात्र 84 गेंदों में 190 रनों की अविश्वसनीय पारी खेली। इसमें 16 चौके और 15 छक्के शामिल थे।
- सबसे तेज 150: उन्होंने केवल 59 गेंदों में 150 रन पूरे किए, जिससे उन्होंने महान बल्लेबाज एबी डिविलियर्स (64 गेंद) का रिकॉर्ड तोड़ दिया।
- युवा शतकवीर: वह पुरुषों के लिस्ट-A क्रिकेट में शतक बनाने वाले दुनिया के सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए हैं।
- बिहार का विश्व रिकॉर्ड: वैभव की इस पारी के दम पर बिहार ने 50 ओवर में 574/6 का विशाल स्कोर बनाया, जो लिस्ट-A क्रिकेट के इतिहास का सबसे बड़ा टीम स्कोर है।
सचिन तेंदुलकर से तुलना और टीम इंडिया की मांग
पूर्व भारतीय कप्तान कृष्णमाचारी श्रीकांत और कांग्रेस सांसद शशि थरूर जैसे दिग्गजों ने वैभव की प्रतिभा को देखते हुए बीसीसीआई से उन्हें जल्द से जल्द राष्ट्रीय टीम में मौका देने का आग्रह किया है।
- श्रीकांत का तर्क: श्रीकांत ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा कि वैभव को जल्द से जल्द ‘फास्ट-ट्रैक’ किया जाना चाहिए। उन्होंने याद दिलाया कि 1989 में सचिन तेंदुलकर ने भी 16 साल की उम्र में डेब्यू किया था। उन्होंने सुझाव दिया कि वैभव और अभिषेक शर्मा की ओपनिंग जोड़ी टीम इंडिया के लिए भविष्य में बेहद घातक साबित हो सकती है।
- शशि थरूर की अपील: थरूर ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा, “आखिरी बार जिस 14 साल के लड़के ने इतनी प्रतिभा दिखाई थी, वह सचिन थे। हमें अब किसका इंतजार है? वैभव को भारत के लिए खेलना चाहिए।”
राष्ट्रीय बाल पुरस्कार मिला
वैभव की उपलब्धियां केवल मैदान तक सीमित नहीं हैं। 26 दिसंबर 2025 को उन्हें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा ‘प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया। खेल के क्षेत्र में उनके असाधारण योगदान के लिए उन्हें यह सम्मान मिला, जिसके चलते वे विजय हजारे ट्रॉफी के आगामी मैचों का हिस्सा नहीं बन पाए।
चुनौती और नियम: हालांकि वैभव को टीम में शामिल करने की मांग उठ रही है, लेकिन आईसीसी के न्यूनतम आयु नियम (15 वर्ष) और उम्र के साथ उनके क्रमिक विकास को लेकर चयनकर्ता अभी “देखो और इंतजार करो” की नीति अपना सकते हैं।


