केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पहलगाम आतंकी हमले की जांच को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस हमले की जांच में जो तथ्य सामने आए हैं, वे न केवल पाकिस्तान की संलिप्तता को उजागर करते हैं, बल्कि भारत इन सबूतों के आधार पर पाकिस्तान को वैश्विक मंच पर कठघरे में खड़ा करेगा।
अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार, गृह मंत्री के बयान के मुख्य बिंदु निम्नलिखित हैं:
जांच के खुलासे और पाकिस्तान की घेराबंदी
- वैज्ञानिक प्रमाण: अमित शाह ने बताया कि जांच एजेंसियों (NIA और स्थानीय पुलिस) ने हमले के स्थल से महत्वपूर्ण वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाए हैं। इसमें बैलिस्टिक रिपोर्ट, आतंकवादियों के पास से मिले पाकिस्तानी आईडी कार्ड और उनके द्वारा इस्तेमाल किए गए हथियारों के मिलान शामिल हैं।
- वैश्विक मंच पर बेनकाब: गृह मंत्री ने कहा कि भारत इन पुख्ता सबूतों को अंतरराष्ट्रीय समुदायों और वैश्विक संगठनों (जैसे UNSC और FATF) के सामने पेश करेगा। लक्ष्य यह है कि पाकिस्तान के “स्टेट स्पॉन्सर्ड टेररिज्म” (राज्य प्रायोजित आतंकवाद) के चेहरे को पूरी दुनिया के सामने बेनकाब किया जा सके।
- आतंकियों की पहचान: सुरक्षा बलों ने ‘ऑपरेशन महादेव’ के तहत उन तीनों आतंकवादियों को ढेर कर दिया है जिन्होंने 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम के बैसरन में निर्दोष पर्यटकों पर गोलियां चलाई थीं। इनकी पहचान लश्कर-ए-तैयबा के पाकिस्तानी नागरिकों के रूप में हुई है।
सरकार का सख्त रुख
- जीरो टॉलरेंस: अमित शाह ने दोहराया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार की नीति ‘जीरो टॉलरेंस’ की है। उन्होंने कहा, “आतंकियों को यह भ्रम नहीं पालना चाहिए कि वे बच निकलेंगे; भारत की इंच-इंच जमीन से आतंकवाद का सफाया करना हमारा संकल्प है।”
- सुरक्षा ढांचे में बदलाव: गृह मंत्री ने सभी राज्यों के DGP को निर्देश दिया है कि वे आतंकवाद विरोधी साझा ढांचा (ATS structure) लागू करें और सूचना साझा करने के लिए “नीड टू नो” (जानने की जरूरत) के बजाय “ड्यूटी टू शेयर” (साझा करने का कर्तव्य) के सिद्धांत पर काम करें।
पृष्ठभूमि: पहलगाम हमला 2025
बता दें कि 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल बैसरन में आतंकियों ने अंधाधुंध गोलीबारी की थी, जिसमें 26 पर्यटकों की जान चली गई थी। इस घटना के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और ‘ऑपरेशन महादेव’ जैसे कड़े जवाबी कदम उठाए थे।


