छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कवर्धा के साधराम हत्याकांड की आज एनआईए से जांच कराने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले दिनों साधराम यादव की निर्दयता से हत्या कर दी गई। परिजनों की मांग थी कि उच्च स्तरीय जांच हो। उन्होंने कहा कि साधराम के परिजन आज न्याय मांगने के लिए आए हैं। प्रकरण में दोषियों की गिरफ्तारी हो गई है। परिजनों की मांग है कि घटना की उच्च स्तरीय जांच हो और कड़ी से कड़ी सजा दोषियों को मिले। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम इस घटना की जांच को एनआईए को सौपेंगे, ताकि घटना की सूक्ष्मतापूर्वक जांच हो सके। इस दौरान प्रदेश के उपमुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री विजय शर्मा उपस्थित थे।
आतंकी गतिविधियों के प्रमाण मिले
22 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा से एक दिन पहले हिन्दू समुदाय में दहशत फैलाने के लिए इस घटना को अंजाम दिया गया। सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र लालपुर कला गांव के नर्सरी के पास 20 जनवरी की रात अधेड़ व्यक्ति की लाश मिली थी। मृतक की पहचान साधराम यादव (50) के रूप में की गई, जो गोशाला में चरवाहे का काम करता था। पुलिस ने पांच आरोपियों की गिरफ्तारी की थी। साधराम की निमर्म हत्या आतंकी संगठन आईएसआईएस की तर्ज पर की गई थी। मुख्य आरोपी अयाज खान और ईदरीस खान के खिलाफ आतंकवादी गतिविधि से संलिप्त होने के प्रमाण पाए जाने पर पुलिस ने दोनों के खिलाफ सेक्शन 16 (यूएपीए) टेररिस्ट एक्ट के तहत मामला दर्ज किया। घटना के कुछ दिन पहले आरोपियों के कश्मीर जाने व आतंकी संगठनों के संपर्क में रहने की जानकारी मिली थी। हत्याकांड के सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। साधराम यादव के हत्याकांड मामले में विधानसभा में भी विपक्ष ने काफी हंगामा मचाया था। इसकी जांच सीबीआइ को सौंपने की मांग की थी।
साधराम यादव की हत्या की होगी NIA जांच.. ISIS की तर्ज पर हुई थी वारदात
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