महाराष्ट्र की राजनीति में आज एक ऐतिहासिक अध्याय जुड़ गया है। बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) चुनाव 2026 के लिए उद्धव ठाकरे (शिवसेना UBT) और राज ठाकरे (MNS) ने औपचारिक रूप से हाथ मिला लिया है। मुंबई के वरली स्थित ‘होटल ब्लू सी’ में आयोजित एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में दोनों भाइयों ने गठबंधन का ऐलान किया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले उद्धव ठाकरे ने एक बड़ा बयान देते हुए कहा, “हमारी सोच एक है। दिल्ली में बैठे लोग मुंबई को तोड़ने और उसे महाराष्ट्र से अलग करने की कोशिश कर रहे हैं। हम ऐसा कभी नहीं होने देंगे।”
गठबंधन की बड़ी बातें
राज ठाकरे ने भी उद्धव के सुर में सुर मिलाते हुए कहा कि किसी भी राजनीतिक दल या विचारधारा से ऊपर महाराष्ट्र और मुंबई का हित है। इस गठबंधन की मुख्य विशेषताएं इस प्रकार हैं:
- सीटों का गणित: सूत्रों के मुताबिक, मुंबई की 227 सीटों में से शिवसेना (UBT) 145-150 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि मनसे को 65-70 सीटें दी गई हैं। शेष सीटें शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस (NCP-SP) के लिए रखी गई हैं।
- मराठी अस्मिता का मुद्दा: दोनों नेताओं ने स्पष्ट किया कि उनका मुख्य उद्देश्य “मराठी मानुष” के अधिकारों की रक्षा करना और मुंबई के आर्थिक महत्व को बचाना है।
- संयुक्त रैलियां: चुनाव प्रचार के लिए उद्धव और राज ठाकरे मुंबई में 3 बड़ी संयुक्त रैलियां करेंगे। कुल मिलाकर पूरे राज्य में 6 से 8 ऐसी रैलियों की योजना है।
MVA में दरार और कांग्रेस का रुख
इस गठबंधन के कारण महा विकास अघाड़ी (MVA) के समीकरण भी बदल गए हैं:
- कांग्रेस अलग हुई: मनसे की विचारधारा और उत्तर भारतीयों के प्रति उनके पुराने रुख का हवाला देते हुए कांग्रेस ने अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
- संजय राउत का बयान: शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत ने कहा कि हमने अंत तक कांग्रेस से बात करने की कोशिश की, लेकिन फिलहाल वह अध्याय बंद है। अब हमारा ध्यान केवल ‘ठाकरे ब्रांड’ को मजबूती देने पर है।
चुनाव का शेड्यूल
महाराष्ट्र की 29 नगर निगमों (BMC सहित) के लिए चुनावी बिगुल फूँक दिया गया है:
- नामांकन की आखिरी तारीख: 30 दिसंबर 2025
- मतदान की तारीख: 15 जनवरी 2026
- नतीजे: 16 जनवरी 2026
20 साल बाद दोनों भाइयों का एक साथ आना केवल राजनीतिक नहीं बल्कि भावनात्मक रूप से भी महाराष्ट्र की राजनीति को प्रभावित करने वाला कदम माना जा रहा है।


