कुछ लोगों में अत्यधिक धैर्य और जुनून होता है, जो उन्हें तब तक डटे रहने में मदद करता है जब तक कि उन्हें सफलता नहीं मिल जाती। ऐसी ही एक प्रेरक सफलता की कहानी है आईएएस राम्या सीएस की, जिन्होंने 2021 में यूपीएससी परीक्षा में 46वी रैंक हासिल की है।
कौन है राम्या ?
राम्या तमिलनाडु के कोयंबटूर जिले की रहने वाली हैं। वह पलक्कड़ मूल निवासी आर मुथुलक्ष्मी और नेनमारा मूल निवासी आर चंद्रशेखर की इकलौती बेटी हैं। यह परिवार वर्षों से कोयंबटूर के रामनगर कट्टूर में रह रहा है। उन्होंने कोयंबटूर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग (ईईई) में स्नातक की डिग्री हासिल की। इसके बाद उन्होंने इग्नू से एमबीए पूरा किया।
राम्या की जिंदगी आसान नहीं। थी अपने पिता की अप्रत्याशित मृत्यु के बाद उन्होंने परिवार की ज़िम्मेदारी उठाई।इसके बाद उन्होंने बेंगलुरु स्थित एक इंस्ट्रूमेंटेशन कंपनी में तीन साल तक काम किया, लेकिन यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के लिए 2017 में नौकरी छोड़ने का फैसला किया।यहाँ तक कि राम्या ने डेटा एंट्री ऑपरेटर के रूप में भी काम किया और अपनी परीक्षा की तैयारी के लिए डेटा संग्रह का काम भी किया।
कई बार असफल होने के बाद मिली सफलता
हालाँकि, यह उनके लिए बहुत लंबी प्रक्रिया थी क्योंकि वह यूपीएससी प्रीलिम्स में पांच बार असफल हुईं। आख़िरकार उन्होंने अपने आखिरी प्रयास में AIR 46 के साथ सफलता प्राप्त की। राज्य स्तर पर, उन्होंने दूसरी रैंक हासिल की।