More
    HomeHindi Newsकरोड़ों लोगों की पसंदीदा पार्टी को चुनाव से बाहर रखा, शेख हसीना...

    करोड़ों लोगों की पसंदीदा पार्टी को चुनाव से बाहर रखा, शेख हसीना ने कहा-देश को अराजकता की ओर

    बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना ने मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान प्रशासन देश को अराजकता की ओर धकेल रहा है और लोकतांत्रिक संस्थाओं को नष्ट कर रहा है। शेख हसीना ने कहा कि मोहम्मद यूनुस के पास शासन करने का कोई लोकतांत्रिक जनादेश नहीं है।

    • अराजकता का बोलबाला: उन्होंने कहा कि जो “अराजकता” उनकी सरकार को गिराने के लिए शुरू हुई थी, वह अब यूनुस के शासन में कई गुना बढ़ गई है। प्रशासन का नियंत्रण पूरी तरह खो चुका है।
    • अवामी लीग पर प्रतिबंध: हसीना ने अपनी पार्टी ‘अवामी लीग’ पर लगाए गए प्रतिबंध को “अलोकतांत्रिक” बताया। उन्होंने कहा कि करोड़ों लोगों की पसंदीदा पार्टी को चुनाव से बाहर रखना जनता के अधिकारों का हनन है।
    • राजनीतिक हत्या का प्रयास: अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (ICT) द्वारा उन्हें सुनाई गई मौत की सजा पर उन्होंने कहा कि यह “न्यायिक लिबास में राजनीतिक हत्या” है।

    शरीफ उस्मान हादी की मौत पर प्रतिक्रिया

    हाल ही में बांग्लादेश के युवा नेता और छात्र आंदोलन के प्रमुख चेहरे शरीफ उस्मान हादी की मौत ने देश में तनाव बढ़ा दिया है। इस पर शेख हसीना ने कहा:

    • कानून व्यवस्था की विफलता: हादी की हत्या इस बात का प्रमाण है कि यूनुस सरकार नागरिकों को सुरक्षा देने में पूरी तरह विफल रही है।
    • हिंसा का सामान्यीकरण: उन्होंने आरोप लगाया कि अंतरिम सरकार या तो हिंसा को रोकने में शक्तिहीन है या फिर इसे अनदेखा कर रही है। ऐसी घटनाएं न केवल आंतरिक अस्थिरता पैदा करती हैं बल्कि पड़ोसी देशों (विशेषकर भारत) के साथ संबंधों को भी खराब करती हैं।

    भारत-बांग्लादेश संबंध और भविष्य

    शेख हसीना ने भारत को बांग्लादेश का सबसे भरोसेमंद साझेदार बताया और कहा कि यूनुस सरकार की भारत के प्रति “दुश्मनी” आत्मघाती साबित होगी।

    • वापसी की शर्त: उन्होंने स्पष्ट किया कि वह बांग्लादेश तभी लौटेंगी जब वहां एक वैध सरकार होगी और न्यायपालिका पूरी तरह स्वतंत्र होगी।
    • चुनाव पर सवाल: फरवरी 2026 में प्रस्तावित चुनावों पर उन्होंने कहा कि अवामी लीग के बिना चुनाव केवल एक “राज्याभिषेक” जैसा होगा, जिसकी कोई नैतिक साख नहीं होगी।
    • शेख हसीना ने यह भी आरोप लगाया कि कट्टरपंथी ताकतें डॉ. यूनुस का इस्तेमाल एक “उदार चेहरे” के रूप में कर रही हैं, जबकि पर्दे के पीछे वे देश की संस्थाओं का इस्लामीकरण कर रहे हैं।
    RELATED ARTICLES

    Most Popular

    Recent Comments