भारत के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) क्षेत्र के लिए आने वाले कुछ साल बेहद महत्वपूर्ण होने वाले हैं। विभिन्न रिपोर्ट्स (NASSCOM, BCG और नीति आयोग) के अनुसार, भारत न केवल दुनिया का एआई हब बनने की ओर अग्रसर है, बल्कि करोड़ों लोगों के लिए रोजगार के नए द्वार भी खुलने वाले हैं। यद्यपि स्वचालन (Automation) से कुछ पारंपरिक नौकरियों पर संकट आ सकता है, लेकिन रिपोर्टों का मानना है कि एआई उत्पादकता को 66% तक बढ़ा देगा और भविष्य में अधिक कुशल व बेहतर वेतन वाली नौकरियों के अवसर पैदा करेगा।
2027 और 2030 के बड़े लक्ष्य
भारत के एआई परिदृश्य में विकास की गति को इन आंकड़ों से समझा जा सकता है:
- भारत का एआई बाजार 2027 तक तीन गुना बढ़कर 17 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है।
- वर्तमान में लगभग 6 लाख एआई पेशेवर हैं, जिनकी संख्या 2027 तक दोगुनी होकर 12.5 लाख होने की उम्मीद है।
- 2030 तक 1 करोड़ का आंकड़ा: अनुमान है कि 2030 तक भारत में तकनीकी और ग्राहक सेवा (CX) क्षेत्रों में 1 करोड़ से अधिक लोग सीधे तौर पर एआई और संबंधित कार्यों से जुड़ जाएंगे। इसमें लगभग 40 लाख बिल्कुल नई नौकरियां शामिल होंगी।
यह कैसे संभव होगा?
भारत में एआई क्रांति के पीछे निम्नलिखित चार प्रमुख स्तंभ हैं:
- इंडिया एआई मिशन (IndiaAI Mission): सरकार ने इस मिशन के लिए 10,300 करोड़ रुपये से अधिक का बजट आवंटित किया है। इसका उद्देश्य कंप्यूटिंग शक्ति (38,000+ GPUs) बढ़ाना और स्टार्टअप्स को वित्तीय सहायता देना है।
- मजबूत डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर: भारत के पास 70 करोड़ से अधिक इंटरनेट उपयोगकर्ता हैं। यूपीआई (UPI) और डिजिलॉकर जैसे प्लेटफॉर्म्स ने डेटा का एक बड़ा भंडार तैयार किया है, जो एआई मॉडल्स को ट्रेन करने के लिए ‘ईंधन’ का काम करता है।
- टैलेंट हब: भारत में वैश्विक एआई प्रतिभा का 16% हिस्सा है, जो अमेरिका के बाद दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा है। इंजीनियरिंग (STEM) के छात्रों की बड़ी संख्या भारत को बढ़त दिलाती है।
- सेक्टर-वार अपनाना: बैंकिंग (कस्टमर सर्विस), हेल्थकेयर (बीमारी की पहचान) और रिटेल जैसे क्षेत्रों में एआई का एकीकरण तेजी से बढ़ रहा है।
नए युग की नौकरियां
पारंपरिक नौकरियों के स्वरूप में बदलाव आएगा और नए प्रकार के पद सृजित होंगे, जैसे:
- प्रॉम्प्ट इंजीनियर्स: एआई से सटीक काम करवाने वाले विशेषज्ञ।
- एआई एथिक्स स्पेशलिस्ट: एआई के सही और नैतिक उपयोग को सुनिश्चित करने वाले।
- डेटा क्यूरेटर्स और मॉडल डेवलपर्स: जटिल डेटा को एआई के लिए तैयार करने वाले पेशेवर।


