ओमान की राजधानी मस्कट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय समुदाय और छात्रों को संबोधित करते हुए भारत और ओमान के प्रगाढ़ होते संबंधों और भारत की आर्थिक प्रगति का गौरवपूर्ण खाका खींचा। ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम’ के नारों के बीच पीएम मोदी ने प्रवासी भारतीयों को ‘मिनी इंडिया’ और ‘टीम इंडिया’ का हिस्सा बताया।
सांस्कृतिक विविधता और एकता का संदेश
प्रधानमंत्री ने भारतीय संस्कृति की विविधता को राष्ट्र का आधार स्तंभ बताया। उन्होंने कहा:
- विविधता में एकता: भारत की विविधता हर दिन एक नया रंग और उत्सव लेकर आती है।
- घुलने-मिलने की क्षमता: भारतीय समुदाय की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय दुनिया के किसी भी कोने में रहें, वे वहां की संस्कृति और नियमों के साथ पूरी सहजता से घुल-मिल जाते हैं, और ओमान इसका बेहतरीन उदाहरण है।
शिक्षा: भारत-ओमान संबंधों का नया सेतु
पीएम मोदी ने जोर देकर कहा कि दोनों देशों का रिश्ता जो कभी केवल व्यापार पर टिका था, वह अब शिक्षा के माध्यम से और अधिक सशक्त हो रहा है।
- ऐतिहासिक पड़ाव: ओमान में भारतीय शिक्षा के 50 वर्ष पूरे हो रहे हैं।
- शैक्षिक प्रभाव: यहां के भारतीय स्कूलों में करीब 46,000 छात्र पढ़ रहे हैं, जिनमें भारतीय बच्चों के साथ-साथ अन्य समुदायों के हजारों बच्चे भी शामिल हैं।
- परीक्षा पर चर्चा: उन्होंने ओमान के छात्रों से अपने जुड़ाव का जिक्र किया और बताया कि ‘परीक्षा पर चर्चा’ कार्यक्रम के जरिए वे छात्रों और अभिभावकों को तनाव मुक्त रहने में मदद कर रहे हैं।
भारत की आर्थिक छलांग: 8% की विकास दर
प्रधानमंत्री ने वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारत की मजबूत आर्थिक स्थिति का डेटा साझा किया:
- सबसे तेज अर्थव्यवस्था: भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना हुआ है।
- जीडीपी आंकड़े: हालिया आंकड़ों का हवाला देते हुए उन्होंने बताया कि भारत की विकास दर 8% से अधिक रही है।
- नया भारत: उन्होंने कहा कि आज के भारत की गति और इरादे उसके प्रदर्शन में साफ नजर आ रहे हैं, जिससे पूरी दुनिया प्रभावित है।
प्रवासी भारतीयों की भूमिका
पीएम मोदी ने कहा कि ओमान में रहने वाले भारतीय भले ही वतन से दूर हों, लेकिन वे भारत की हर छोटी-बड़ी घटना से अपडेट रहते हैं। उन्होंने प्रवासियों को भारत की प्रगति का दूत बताया जो ‘ब्रांड इंडिया’ को वैश्विक मंच पर मजबूत कर रहे हैं।


