भारतीय वायुसेना (IAF) ने एक बार फिर दुनिया को अपनी ताकत का लोहा मनवाया है। मई 2025 में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान भारतीय वायुसेना के S-400 ट्रायम्फ मिसाइल सिस्टम ने पाकिस्तान के एक महत्वपूर्ण AWACS (एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल) विमान को 314 किलोमीटर की अविश्वसनीय दूरी से मार गिराया। इस घटना ने न केवल युद्ध के इतिहास में एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाया है, बल्कि रूसी विशेषज्ञों को भी हैरान कर दिया है।
रूसी रक्षा विश्लेषक एलेक्सी मिखाइलोव पेट्रेंको ने इस एक्शन को ‘रिकॉर्ड ब्रेकिंग’ और ‘टेक्स्टबुक एग्जीक्यूशन’ (आदर्श क्रियान्वयन) बताया है। इस ऑपरेशन ने साबित कर दिया है कि भारत का एयर डिफेंस कवच अब अभेद्य है।
S-400 का ‘सदर्शन चक्र’ और 314 किमी की मार
यह ऐतिहासिक घटना तब हुई जब पाकिस्तान ने भारतीय सीमा के पास अपने Saab 2000 Erieye विमान को तैनात किया था। यह विमान पाकिस्तानी वायुसेना की ‘तीसरी आंख’ माना जाता है, जो भारतीय लड़ाकू विमानों की गतिविधियों पर नजर रख रहा था।
- रिकॉर्ड तोड़ दूरी: सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (SAM) द्वारा अब तक की यह सबसे लंबी दूरी की सफल मार (Kill) है।
- मिसाइल का इस्तेमाल: भारतीय वायुसेना ने इस ऑपरेशन के लिए S-400 की 40N6E मिसाइल का उपयोग किया, जिसकी मारक क्षमता 400 किलोमीटर तक है।
- रणनीतिक बढ़त: इस एक हमले ने पाकिस्तानी वायुसेना के कमांड-एंड-कंट्रोल सिस्टम को पंगु बना दिया, जिससे वे ‘हवाई रूप से अंधे’ (Flying Blind) हो गए।
रूसी विश्लेषक की मुहर
एलेक्सी पेट्रेंको के अनुसार, भारतीय वायुसेना ने रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान रूसी सेना द्वारा अपनाई गई तकनीकों को और भी बेहतर तरीके से लागू किया। उन्होंने बताया कि कैसे भारत ने अपने फाल्कन AWACS और अदमपुर स्थित S-400 यूनिट को एक नेटवर्क में जोड़कर दुश्मन के विमान को तबाह किया। पेट्रेंको ने पश्चिमी देशों के उन संदेहों को भी खारिज कर दिया जो S-400 की इतनी लंबी दूरी की मारक क्षमता पर सवाल उठा रहे थे।
ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) क्या था?
अप्रैल 2025 में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया था।
- लक्ष्य: पाकिस्तान और पीओके (PoJK) में स्थित 9 प्रमुख आतंकी शिविरों को नष्ट करना।
- परिणाम: इस पांच दिवसीय संघर्ष (6-10 मई) में भारत ने न केवल आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया, बल्कि पाकिस्तान के 5 लड़ाकू विमानों और एक AWACS को भी मार गिराया।
- शून्य नुकसान: खास बात यह रही कि पूरे ऑपरेशन के दौरान भारत का एक भी विमान या सैन्य संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचा।


