अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने हाल ही में फोन पर लंबी बातचीत की है, जिसे ट्रंप ने “बहुत अच्छी बातचीत” बताया है। इस बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की इच्छा व्यक्त की और उच्च-स्तरीय यात्राओं पर सहमति जताई।
मुख्य बिंदुओं पर सहमति
यह फोन कॉल दक्षिण कोरिया के बुसान में एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (APEC) शिखर सम्मेलन में दोनों नेताओं की आमने-सामने की मुलाकात के लगभग एक महीने बाद हुई है, जो दोनों देशों के बीच संबंधों में सुधार का संकेत देती है। बातचीत के दौरान कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई:
- ट्रंप ने घोषणा की कि वह अगले साल अप्रैल में चीन की राजधानी बीजिंग का दौरा करेंगे। इसके बदले में, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी अगले वर्ष के अंत में अमेरिका की राजकीय यात्रा पर आएंगे।
- ट्रंप ने कहा कि दोनों नेताओं ने किसानों के लिए एक अच्छे और बहुत महत्वपूर्ण सौदे पर चर्चा की, जिससे यह और बेहतर होगा। यह संकेत देता है कि कृषि और व्यापार समझौतों पर प्रगति हुई है।
- चर्चा में यूक्रेन में जारी युद्ध और फेंटेनाइल की तस्करी जैसे वैश्विक और सामाजिक मुद्दे भी शामिल थे।
- चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता के अनुसार, राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने बातचीत में ताइवान पर चीन के आधिकारिक रुख को दोहराया और कहा कि ताइवान का चीन के पास लौटना अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था का आंतरिक हिस्सा है।
मजबूत होते संबंध
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि अमेरिका और चीन के संबंध बेहद मजबूत हैं। दोनों नेताओं ने रिश्ते को सही दिशा में आगे बढ़ाना जारी रखने पर ज़ोर दिया, जिससे चीन और अमेरिका के बीच तनाव कम होने और सहयोग बढ़ने की उम्मीद जगी है।
यह उच्च-स्तरीय संपर्क दोनों महाशक्तियों के बीच जटिल और चुनौतीपूर्ण संबंधों को स्थिर करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।


