भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच गुवाहाटी में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन भारतीय टीम के कप्तान ऋषभ पंत मैदान पर काफी हताश और गुस्से में नज़र आए। उनका गुस्सा खासकर स्पिनर कुलदीप यादव पर फूट पड़ा, जब धीमी ओवर गति (Slow Over Rate) के कारण टीम इंडिया को अंपायर से दोहरी चेतावनी (Second Warning) मिली।
गुस्से की वजह: स्टॉप क्लॉक और जुर्माना
भारतीय टीम की कप्तानी कर रहे ऋषभ पंत का यह गुस्सा विकेट न मिलने की हताशा के अलावा ICC के नए ‘स्टॉप क्लॉक’ नियम के उल्लंघन से उपजा था। स्टॉप क्लॉक नियम के तहत, एक ओवर समाप्त होने के बाद, गेंदबाज को अगला ओवर 60 सेकंड के भीतर शुरू करना होता है। साउथ अफ्रीका की पहली पारी के दौरान, भारतीय टीम ने दो बार ओवर शुरू करने में देरी की, जिसके कारण अंपायर ने टीम को दूसरी चेतावनी दे दी। नियम के मुताबिक, अगर टीम को तीसरी बार चेतावनी मिलती है, तो विरोधी टीम को 5 रन की पेनल्टी के तौर पर मुफ्त में मिल जाते।
भारतीय टीम पर इस संभावित जुर्माने के खतरे को भांपते हुए, पंत का गुस्सा कुलदीप यादव पर निकला, जो ओवर शुरू करने में अधिक समय ले रहे थे।
स्टंप माइक पर सुनी गई फटकार
यह घटना तब हुई जब कुलदीप यादव गेंदबाजी के लिए तैयार हो रहे थे। स्टंप माइक ने पंत के गुस्से भरे शब्द कैद कर लिए, जो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहे हैं। “यार 30 सेकेंड का टाइमर है। घर पे खेल रहे हो क्या? एक बॉल डाल जल्दी… यार कुलदीप, दोनों बार वॉर्निंग ले ली है। पूरा एक ओवर थोड़ी ना चाहिए। मज़ाक बना रखा है यार टेस्ट क्रिकेट को।”
पंत ने आगे कुलदीप को फील्डिंग पर ध्यान देने के बजाय अपनी गेंदबाजी पर फोकस करने को कहा: “फील्ड मुझे करने दे, तू टप्पा डालने को देख। बाकी हो जाएगा काम।”
🤕 थकान और हताशा
दूसरे दिन दक्षिण अफ्रीका के निचले क्रम (सेनुरन मुथुसामी और मार्को जानसेन) ने भारतीय गेंदबाजों को लंबे समय तक विकेट से दूर रखा। 489 रनों के विशाल स्कोर तक पहुँचने के लिए भारतीय टीम को 150 ओवर से अधिक फील्डिंग करनी पड़ी। इस लंबी फील्डिंग के कारण खिलाड़ियों में आई थकान और विकेट न मिलने की हताशा ने पंत के गुस्से को और बढ़ा दिया।
विकेट के पीछे अपनी मस्ती-मज़ाक के लिए मशहूर पंत का यह आक्रामक रूप स्टॉप क्लॉक नियम के दबाव और टीम को संभावित जुर्माने से बचाने की उनकी कोशिश को दर्शाता है।


