इजरायली सेना (IDF) ने 23 नवंबर 2025 को लेबनान की राजधानी बेरूत के दक्षिणी उपनगर दाहीये (Dahieh) में एक हवाई हमला (एयरस्ट्राइक) कर हिज्बुल्लाह के शीर्ष कमांडर हैथम अली तबातबाई (Haytham Ali Tabatabai) को मार गिराने का दावा किया है। इजरायल ने तबातबाई को हिज्बुल्लाह का ‘चीफ ऑफ जनरल स्टाफ’ बताया है, जो संगठन की सैन्य क्षमता और पुनर्गठन में प्रमुख भूमिका निभा रहा था।
कौन था हैथम अली तबातबाई?
- पद: वह हिज्बुल्लाह का डी-फैक्टो (वास्तविक) चीफ ऑफ स्टाफ और संगठन के महासचिव नईम कासिम के बाद दूसरे नंबर का सबसे बड़ा नेता था।
- सैन्य भूमिका:
- वह हिज्बुल्लाह की विशिष्ट रदवान यूनिट (Radwan Force) का कमांडर रह चुका था, जिसे इजरायल पर सीमा पार हमलों की योजना बनाने के लिए जाना जाता है।
- उसने सीरिया और यमन में हिज्बुल्लाह के विशेष बलों के संचालन की देखरेख की थी।
- वह हिज्बुल्लाह की सैन्य क्षमता और हथियार निर्माण का प्रमुख भी था।
- पिछले साल (2024) हिज्बुल्लाह के शीर्ष नेतृत्व (हसन नसरल्लाह और इब्राहिम अकील) की मौत के बाद, वह लेबनान में संगठन की सैन्य संरचना को फिर से खड़ा करने पर ज़ोर दे रहा था।
- आतंकवादी घोषणा:
- अमेरिका ने 2016 में तबातबाई को वैश्विक आतंकवादी घोषित किया था।
- उसकी जानकारी देने पर अमेरिका ने 50 लाख अमेरिकी डॉलर (लगभग 40 करोड़ रुपये) तक के इनाम की घोषणा की थी।
- प्रयास: 1980 के दशक की शुरुआत में हिज्बुल्लाह से जुड़ने वाले तबातबाई पर इजरायल ने 2015 में भी सीरिया में हमला कर हत्या की कोशिश की थी, जिसमें वह बच गया था।
इजरायली सेना ने कहा है कि यह हमला हिज्बुल्लाह को अपनी सैन्य ताकत और इजरायल को धमकी देने की क्षमता को फिर से बनाने से रोकने के उसके प्रयासों का हिस्सा है। वहीं, हिज्बुल्लाह ने इस हमले को “नई लाल रेखा पार करना” बताया है और जवाबी कार्रवाई का संकेत दिया है।


