ऑस्ट्रेलिया के विस्फोटक बल्लेबाज ट्रेविस हेड ने एशेज 2025/26 के पहले टेस्ट में एक ऐसी तूफानी पारी खेली, जिसने इंग्लैंड की ‘बैजबॉल’ रणनीति को पहले ही मैच में ध्वस्त कर दिया और मेजबान टीम को दो दिन के भीतर आठ विकेट से शानदार जीत दिला दी।
हेड का तूफानी शतक
पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में इंग्लैंड को जीत दर्ज करने का मौका मिल सकता था, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 205 रनों का लक्ष्य मिला था। हालांकि, यह लक्ष्य पिच और परिस्थितियों को देखते हुए आसान नहीं था। लेकिन, ट्रेविस हेड ने ओपनर की भूमिका निभाते हुए इस चुनौती को महज एक शाम का खेल बना दिया।
- हेड ने महज 69 गेंदों में अपना शतक पूरा किया, जो एशेज इतिहास के सबसे तेज शतकों में से एक है।
- उन्होंने अपनी पारी में 83 गेंदों पर 123 रन बनाए, जिसमें 16 चौके और 4 छक्के शामिल थे।
- उनकी यह आक्रामक पारी टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में किसी भी सफल 200+ लक्ष्य का पीछा करने में सर्वाधिक रन रेट (7.23) स्थापित करने में मददगार साबित हुई।
बैजबॉल हुआ बेअसर
इंग्लैंड की टीम हाल के वर्षों में आक्रामक बल्लेबाजी की अपनी ‘बैजबॉल’ रणनीति के लिए जानी जाती है, लेकिन पर्थ टेस्ट में यह रणनीति पूरी तरह से बेअसर रही। जहां एक तरफ इंग्लिश बल्लेबाज संघर्ष करते दिखे, वहीं हेड ने आक्रामकता और मानसिक मजबूती का परफेक्ट कॉम्बिनेशन दिखाया। उनके आगे इंग्लिश गेंदबाज टिक नहीं पाए और ऑस्ट्रेलिया ने सिर्फ 28.2 ओवर में ही लक्ष्य हासिल कर लिया।
हेड की इस पारी ने न केवल ऑस्ट्रेलिया को एशेज में 1-0 की बढ़त दिलाई, बल्कि यह सुनिश्चित किया कि 137 साल में यह सबसे छोटे एशेज टेस्ट मैचों में से एक बन गया। यह जीत ऑस्ट्रेलिया के लिए 104 साल के सूखे को खत्म करने वाली भी थी, जब उन्होंने दो दिनों के भीतर टेस्ट मैच जीता हो। इंग्लैंड के कोच ब्रेंडन मैकुलम ने भी हेड की इस पारी को ‘शानदार’ बताया।


