बिहार के उपमुख्यमंत्री और नवनियुक्त गृह मंत्री सम्राट चौधरी के कार्यभार संभालने के तुरंत बाद, राज्य पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। शुक्रवार की देर रात बेगूसराय जिले में विशेष कार्य बल (STF) और जिला पुलिस के एक संयुक्त ऑपरेशन में एक कुख्यात अपराधी शिवदत्त राय मुठभेड़ (Encounter) में घायल हो गया।
एनकाउंटर की घटना
यह मुठभेड़ बेगूसराय के साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र के मल्हीपुर के पास हुई। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि फरार चल रहा कुख्यात अपराधी शिवदत्त राय किसी आपराधिक घटना को अंजाम देने के लिए हथियार लेने यहाँ आने वाला है।सूचना के आधार पर, एसटीएफ और स्थानीय पुलिस ने मौके पर दबिश दी। पुलिस को देखते ही, दो बाइक पर सवार छह अपराधियों ने टीम पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। आत्मरक्षा में पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। पुलिस की गोली शिवदत्त राय की जांघ में लगी और वह मौके पर गिर पड़ा। बाकी अपराधी अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे।
शिवदत्त राय का आपराधिक इतिहास
घायल अपराधी शिवदत्त राय (उम्र लगभग 27 वर्ष) तेघड़ा थाना क्षेत्र के बनहारा गाँव का रहने वाला है। वह कई गंभीर आपराधिक मामलों में वांछित था। उस पर 2 सितंबर 2022 को सरपंच के बेटे की हत्या का गंभीर आरोप है, जिसमें वह नामजद था। कुछ समय पहले ही वह जमानत (Bail) पर जेल से बाहर आया था और फिर से आपराधिक गतिविधियों में सक्रिय हो गया था। पुलिस ने मुठभेड़ स्थल से भारी मात्रा में अवैध हथियार, नकदी और कफ सिरप भी बरामद किए हैं। शिवदत्त राय को पुलिस कस्टडी में बेगूसराय सिविल अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।
नई सरकार का सख्त संदेश
बेगूसराय में हुआ यह एनकाउंटर (गुरुवार को बेगूसराय दियारा क्षेत्र में एक और बदमाश नीरज सिंह मुठभेड़ में घायल हुआ था) सम्राट चौधरी के गृह मंत्री बनने के बाद अपराध-नियंत्रण एजेंडे की पहली बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। उन्होंने पुलिस को अपराधियों के खिलाफ ‘ज़ीरो टॉलरेंस’ नीति अपनाने के निर्देश दिए हैं, जो राज्य में सख्त कानून-व्यवस्था की शुरुआत का स्पष्ट संकेत है।


