पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के राजनीतिक भविष्य पर आने वाले एक महत्वपूर्ण अदालती फैसले से ठीक पहले बांग्लादेश में हिंसा, आगजनी और बम धमाकों की घटनाओं में तेज़ी आई है। कार्यकर्ताओं ने देशव्यापी विरोध प्रदर्शनों के दौरान कई स्थानों पर हिंसक झड़पें की हैं, जिससे पूरे देश में राजनीतिक तनाव चरम पर पहुँच गया है। बांग्लादेश, जो पहले से ही आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहा है, में राजनीतिक अस्थिरता ने निवेशकों और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की चिंता बढ़ा दी है। फिलहाल, देश में सभी की निगाहें अदालत के फैसले पर टिकी हैं, जिसके बाद ही राजनीतिक माहौल की अगली दिशा तय हो पाएगी।
प्रदर्शन और तोड़फोड़ की घटनाएं
- राजधानी ढाका के विभिन्न हिस्सों में रात भर पेट्रोल बम धमाके और आगजनी की कई घटनाएं दर्ज की गईं। अज्ञात उपद्रवियों ने सार्वजनिक परिवहन की बसों और ट्रकों में आग लगा दी, जिससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है।
- ढाका के बाहर, देश के अन्य प्रमुख शहरों जैसे चटगांव, खुलना और राजशाही में भी BNP कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच कई हिंसक झड़पें हुईं। प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर टायर जलाकर और अवरोधक लगाकर यातायात को बाधित किया।
फैसले का इंतजार और राजनीतिक अनिश्चितता
यह सारा तनाव उस बहुप्रतीक्षित अदालती फैसले से जुड़ा है जो पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ दर्ज एक पुराने भ्रष्टाचार के मामले में आने वाला है।
हिंसा को देखते हुए पूरे देश में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। प्रमुख सरकारी इमारतों, सड़कों और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों पर पुलिस और रैपिड एक्शन बटालियन (RAB) की तैनाती बढ़ा दी गई है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।


