राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को दिल्ली के लाल किले ब्लास्ट मामले में बड़ी सफलता मिली है। NIA ने विस्फोट में इस्तेमाल हुई i20 कार के मालिक आमिर राशिद को गिरफ्तार कर लिया है। NIA के अनुसार, आमिर ने ही डॉ. उमर उन नबी के साथ मिलकर दिल्ली को दहलाने की खतरनाक साजिश रची थी। आमिर राशिद जम्मू-कश्मीर के पंपोर के संबूरा का रहने वाला है।
- जांच एजेंसी ने खुलासा किया है कि आत्मघाती हमलावर ने कार में धमाके के लिए IED (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) का इस्तेमाल किया था। इस हमले में 13 लोगों की जान चली गई थी और 32 लोग घायल हो गए थे। विस्फोट में इस्तेमाल की गई कार आमिर के नाम पर रजिस्टर्ड थी। जांचकर्ताओं का कहना है कि वाहन को वाहन-जनित आईईडी में बदलने से पहले वह इसे खरीदने में मदद के लिए दिल्ली गया था।
- फोरेंसिक जांच से मृत चालक की पहचान डॉ. उमर उन नबी के रूप में हुई है, जो फरीदाबाद स्थित अल फलाह विश्वविद्यालय के जनरल मेडिसिन विभाग में सहायक प्रोफेसर था और पुलवामा जिले का रहने वाला था।
अन्य गिरफ्तारियां और जांच
NIA ने नबी का एक और वाहन जब्त कर लिया है, जिसकी जांच की जा रही है। अधिकारियों के मुताबिक, एनआईए ने रविवार को विस्फोट के सिलसिले में हिरासत में लिए गए तीन डॉक्टरों सहित चार लोगों को रिहा कर दिया, क्योंकि जांच में मुख्य आरोपी डॉ. उमर उन नबी से उनका कोई ठोस संबंध नहीं पाया गया।
दिल्ली पुलिस, हरियाणा पुलिस, उत्तर प्रदेश पुलिस और जम्मू-कश्मीर पुलिस अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर 73 गवाहों से पूछताछ कर चुकी है। व्यापक साजिश का पर्दाफाश करने और हमले में शामिल सभी लोगों की पहचान करने के लिए कई राज्यों में जांच जारी है।


