श्रीनगर के नौगाम पुलिस स्टेशन में हुए भीषण विस्फोट के बाद जहाँ एक ओर इसे आतंकी साजिश से जोड़ा जा रहा था, वहीं जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (DGP) ने इस घटना पर बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने पुष्टि की है कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना (Accidental Explosion) थी।
DGP का आधिकारिक बयान
DGP ने नौगाम थाने में हुई घटना को लेकर स्पष्ट किया कि यह कोई आतंकवादी हमला या साजिश नहीं थी। उन्होंने कहा: “दुर्भाग्य से, पिछली रात नौगाम पुलिस स्टेशन के भीतर एक दुर्घटनाग्रस्त विस्फोट (Accidental Explosion) हुआ। यह विस्फोट जब्त किए गए विस्फोटक पदार्थ को निष्क्रिय करने (Neutralize) या उसका निपटारा (Disposal) करने की प्रक्रिया के दौरान हुआ। उन्होंने आगे कहा कि इस प्रक्रिया में शामिल पुलिसकर्मियों, FSL (फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी) की टीम के सदस्यों और अन्य सरकारी अधिकारियों को बहादुर सिपाही माना जाएगा, जिन्होंने देश की सेवा में अपनी जान गँवा दी।
जांच और हताहत
- DGP ने बताया कि इस घटना की उच्च-स्तरीय जांच (High-level Inquiry) के आदेश दे दिए गए हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि विस्फोटक सामग्री को संभालने और नष्ट करने की प्रक्रिया में क्या चूक हुई।
- दुर्घटना में 9 लोगों की मौत की खबर है, जबकि दो दर्जन से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। मृतकों में पुलिसकर्मी, FSL टीम के सदस्य और अन्य नागरिक शामिल हैं।
- पुलिस ने पुष्टि की है कि विस्फोट फरीदाबाद से जब्त किए गए विस्फोटक पदार्थ के कारण हुआ, जिसे नौगाम थाने में रखा गया था।
- DGP के बयान से यह स्पष्ट होता है कि जिस घटना को पहले दिल्ली में लाल किले पर हुए धमाके से जुड़ी आतंकी साजिश के रूप में देखा जा रहा था, वह दरअसल विस्फोटक सामग्री के निपटारे के दौरान हुई एक दुर्घटना थी।


